ETV Bharat / city

विशेष: इस बार 'जैव विविधता' थीम के साथ मनाया जाएगा पर्यावरण दिवस - biodiversity

पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस को मनाने की घोषणा 5 जून, 1972 को संयुक्त राष्ट्र संघ के स्टॉक होम सम्मेलन में की गई. उसके पश्चात प्रत्येक वर्ष 5 जून को संयुक्त राष्ट्र संघ की घोषणा के अनुसार विश्व के 143 देश विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हैं.

पर्यावरण दिवस, जैव विविधता, पर्यावरण दिवस थीम 2020, थिंक ग्लोबली, एक्ट लोकली, world environment day, environment day theme 2020, biodiversity, सेलिब्रेट बायोडायवर्सिटी
पर्यावरण दिवस
author img

By

Published : Jun 4, 2020, 3:41 PM IST

भीलवाड़ा. इस बार विश्व पर्यावरण दिवस 'जैव विविधता का जश्न मनाएं' थीम पर मनाया जाएगा. पर्यावरण दिवस को देखते हुए वनस्पति शास्त्र के विभागाध्यक्ष ने ईटीवी भारत से खास बातचीत कर इस बार के उद्देश्य के बारे में बताया.

इस बार पर्यावरण दिवस मनाने के साथ ही 'थिंक ग्लोबली, एक्ट लोकली' की अवधारणा पर भी काम किया जाएगा. ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा की माणिक्य लाल वर्मा राजकीय महाविद्यालय के वनस्पति शास्त्र विभाग पहुंची. जहां वनस्पति शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. बीएल जागेटिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

पर्यावरण दिवस पर थीम "जैव विविधता"

हर बार पर्यावरण दिवस की अलग-अलग थीम होती है. इस बार 'जैव विविधता का जश्न मनाएं' यानी सेलिब्रेट बायोडायवर्सिटी थीम पर पर्यावरण दिवस मनाया जाएगा. पिछले वर्ष 2019 में एयर पॉल्यूशन व वर्ष 2018 में थीम प्लास्टिक पॉल्यूशन थीम पर मनाया गया था. इस पर्यावरण दिवस को मनाने का प्रमुख उद्देश्य राजनीतिक व सामाजिक चेतना में अभिवृद्धि करना है.

पढ़ें- महाराष्ट्र के अलीबाग में समुद्र तट से टकराया चक्रवाती तूफान निसर्ग

इसके साथ ही प्रदूषण के प्रमुख मुद्दे हैं. उनमें से सभी प्रकार के प्रदूषण, जल संरक्षण, जैव विविधता संरक्षण तथा भूमि और वैश्विक ताप वृद्धि का मुद्दा मुख्य रूप से है. लेकिन इनका मूल मंत्र 'थिंक ग्लोबली और एक्ट लोकली' की अवधारणा पर काम करेंगे. विश्व में बिगड़ते पर्यावरण में जो बदलाव आ रहा है, वह ठीक हो जाएगा. इसके लिए क्षेत्र में अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए. साथ ही मनुष्य को एक ही प्रकार के वृक्ष नहीं लगाकर विभिन्न प्रजातियों के वृक्ष लगाने चाहिए. जिसमें रोहिडा, मोल श्री, बरगद, पीपल के वृक्ष लगाने चाहिए, जिससे पर्यावरण शुद्ध होता है.

हर साल पर्यावरण दिवस की एक थीम डिसाइड की जाती है. इस साल मनाया जाने वाला पर्यावरण दिवस पिछले कुछ सालों से अलग होगा. इस वर्ष लॅाकडाउन की वजह से काफी मात्रा में प्रदूषण कम हो गया है. पिछले वर्षों तक जहां हम पर्यावण को लेकर अधिक चिंता में थे, वहीं इस साल हमारी चिंताएं थोड़ा कम है, क्योंकि लॉकडाउन के चलते वातावरण शुद्ध हो गया है.

भीलवाड़ा. इस बार विश्व पर्यावरण दिवस 'जैव विविधता का जश्न मनाएं' थीम पर मनाया जाएगा. पर्यावरण दिवस को देखते हुए वनस्पति शास्त्र के विभागाध्यक्ष ने ईटीवी भारत से खास बातचीत कर इस बार के उद्देश्य के बारे में बताया.

इस बार पर्यावरण दिवस मनाने के साथ ही 'थिंक ग्लोबली, एक्ट लोकली' की अवधारणा पर भी काम किया जाएगा. ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा की माणिक्य लाल वर्मा राजकीय महाविद्यालय के वनस्पति शास्त्र विभाग पहुंची. जहां वनस्पति शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. बीएल जागेटिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

पर्यावरण दिवस पर थीम "जैव विविधता"

हर बार पर्यावरण दिवस की अलग-अलग थीम होती है. इस बार 'जैव विविधता का जश्न मनाएं' यानी सेलिब्रेट बायोडायवर्सिटी थीम पर पर्यावरण दिवस मनाया जाएगा. पिछले वर्ष 2019 में एयर पॉल्यूशन व वर्ष 2018 में थीम प्लास्टिक पॉल्यूशन थीम पर मनाया गया था. इस पर्यावरण दिवस को मनाने का प्रमुख उद्देश्य राजनीतिक व सामाजिक चेतना में अभिवृद्धि करना है.

पढ़ें- महाराष्ट्र के अलीबाग में समुद्र तट से टकराया चक्रवाती तूफान निसर्ग

इसके साथ ही प्रदूषण के प्रमुख मुद्दे हैं. उनमें से सभी प्रकार के प्रदूषण, जल संरक्षण, जैव विविधता संरक्षण तथा भूमि और वैश्विक ताप वृद्धि का मुद्दा मुख्य रूप से है. लेकिन इनका मूल मंत्र 'थिंक ग्लोबली और एक्ट लोकली' की अवधारणा पर काम करेंगे. विश्व में बिगड़ते पर्यावरण में जो बदलाव आ रहा है, वह ठीक हो जाएगा. इसके लिए क्षेत्र में अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए. साथ ही मनुष्य को एक ही प्रकार के वृक्ष नहीं लगाकर विभिन्न प्रजातियों के वृक्ष लगाने चाहिए. जिसमें रोहिडा, मोल श्री, बरगद, पीपल के वृक्ष लगाने चाहिए, जिससे पर्यावरण शुद्ध होता है.

हर साल पर्यावरण दिवस की एक थीम डिसाइड की जाती है. इस साल मनाया जाने वाला पर्यावरण दिवस पिछले कुछ सालों से अलग होगा. इस वर्ष लॅाकडाउन की वजह से काफी मात्रा में प्रदूषण कम हो गया है. पिछले वर्षों तक जहां हम पर्यावण को लेकर अधिक चिंता में थे, वहीं इस साल हमारी चिंताएं थोड़ा कम है, क्योंकि लॉकडाउन के चलते वातावरण शुद्ध हो गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.