भीलवाड़ा. सोमवार (11 अप्रैल 2022) को कोटड़ी चारभुजा नाथ की बारात में शामिल 33 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इन पर धारा 144 के उल्लंघन का आरोप (Dhara 144 in Bhilwara) है. इसके विरोध में ही आज जिले का कोटड़ी कस्बा बंद रखा गया है. जहां बंद के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह पुलिस का जाब्ता तैनात है. दोपहर को कोटड़ी उपखंड अधिकारी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा. दरअसल, भीलवाड़ा जिले के प्रसिद्ध कोटड़ी चारभुजा की बारात शहर के ऋषि श्रृंग आश्रम में तुलसी संग विवाह रचाने पहुंची. इस दौरान बारात में (procession of Lord Charbhujanath) शासनादेश की अवहेलना करते हुए 100 से करीब दस गुना ज्यादा लोग शामिल हुए. इसे कानूनन गलत बताया गया और बाद में भीड़ के अगुवा रहे लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
इनके खिलाफ मुकदमा: भीलवाड़ा पुलिस ने भाजपा जिलाध्यक्ष लादू लाल तेली, भीलवाड़ा शहर विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी, जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा , कोटड़ी प्रधान करण सिंह सहित 33 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है. इसके विरोध में आज जिले का कोटडी कस्बा बंद रखा गया. कोई अनहोनी न हो और उपद्रव की स्थिति न बने इसे ध्यान में रखते हुए कस्बे में जगह-जगह पुलिस का जाब्ता तैनात किया गया है.
बैठक आयोजित कर बंद का फैसला: ठाकुर जी की बारात में 33 लोगों पर मुकदमा दर्ज होने के विरोध में लोगों ने मंगलवार शाम कोटड़ी चारभुजा मंदिर परिसर में आम चोखला की बैठक की. इस बैठक में कस्बा बंद रखने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया (Bandh In Kotri) गया. उसके बाद कोटड़ी चारभुजा मंदिर के बाहर एक बोर्ड पर उस निर्णय को लिखा गया जहां आज कोटड़ी कस्बा बंद है.
क्या हुआ था?: कोटड़ी कस्बे में चारभुजा नाथ भगवान की शादी की रस्म मंदिर मंडल और श्रद्धालुओं की उपस्थिति में धूमधाम से किया जाता है. इसके बाद रस्म के तहत बारात निकाली जाती है. इस बार भी पांच दिन का उत्सव मनाया गया. आखिरी दिन सोमवार को बारात निकाली गई. जिसमें बारातियों के रूप में श्रद्धालु एकत्रित हुए. इससे पहले पुलिस ने धारा 144 के तहत सिर्फ सौ लोगों को ही शामिल होने की मंजूरी दी थी. जब तुलसी विवाह के लिए कोटड़ी से चारभुजा नाथ की बारात (tulsi vivah in Kotri) जब पहुंची तो हजारों की संख्या में लोग जुटे. इस दौरान भगदड़ भी मची. जिसे गंभीरता से लेते हुए बाद में केस दायर किया गया.