भरतपुर. जिले के रुदावल से एक मामला सामने आया है. जहां एक लड़की और लड़के ने 1 महीने पहले कोर्ट मैरीज की थी. लेकिन कोर्ट मैरिज करने के बाद लड़की के परिजनों ने दोनों का जीना मुश्किल कर दिया है और मामला पंचायत में चला गया. जहां पंचायत ने अलग ही फरमान सुना दिया.
पीड़ित लड़की ने बताया कि उसने 1 महीने पहले अपनी मर्जी से शादी की थी. लेकिन उसके माता पिता को यह रिश्ता मंजूर नहीं था और उसके माता पिता उसे देह व्यापार में धकेलना चाहते थे. पीड़िता ने बताया कि उसके माता पिता पहले भी उसे देह व्यापार में धकेल चुके हैं. लेकिन साल 2015 में एक पुलिस की रेड में उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था और नाबालिग होने के कारण उसे 5 महीने के लिए नारी निकेतन में रखा गया था. पीड़िता ने बताया कि उसके कुछ समय बाद उसने शादी करने की इच्छा जताई और पुलिस ने उसे उसके घर वालों के पास छोड़ दिया. जिसके बाद कुछ समय वह अपने माता पिता के पास रही और उसके साथ पढ़ने वाले एक युवक से उसने शादी कर ली, लेकिन अब उसके माता पिता ने गांव में पंचायत बैठाई और मांग की है कि उसका पति लड़की के घरवालों को 18 लाख रुपए देने के बाद ही उसे अपने पास रख सकता है.
यह भी पढ़ें- कोटा में पानी का कहर, इटावा क्षेत्र में 100 से ज्यादा मकान धराशायी
वहीं पीड़िता का कहना है कि अगर वह अपने माता-पिता के पास वापस गई तो उसके माता-पिता उसे दोबारा देह व्यापर में धकेल देंगे. पीड़िता ने बताया कि उसने इसकी शिकायत रुदावल थाने में भी लेकिन कोई भी उनकी फरियाद सुनने को तैयार नहीं है. जिसके बाद थक हार के आज वह अपनी गुहार लगाने जिला पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची है.