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अलवर: धोबीकट्टा मोहल्ले की महिलाओं ने पानी के लिए कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन

अलवर में लोगों को पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. मजबूरी में लॉकडाउन के दौरान भी लोग प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. यहां के धोबीकट्टा मोहल्ले की महिलाओं ने जिला कलेक्टर का घेराव कर महिलाओं ने कहा कि कई साल से उनके यहां पानी सप्लाई नहीं हुआ है. वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को पानी सप्लाई करने का आदेश दिया.

Alwar news, महिलाओं का प्रदर्शन, Protest for water
अलवर में महिलाओं ने पानी के लिए कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन
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Published : May 22, 2021, 2:09 PM IST

अलवर. जिले में दिनों-दिन पानी संकट बढ़ रहा है. लोगों को पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. मजबूरी में लॉकडाउन के दौरान भी लोग प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. धोबीकट्टा मोहल्ले की महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पर जमकर प्रदर्शन करते हुए पानी सप्लाई करने की मांग की. उन्होंने कहा कि उनके मोहल्ले की बोरिंग पर कुछ लोगों का कब्जा है. ऐसे में पीने के लिए पानी भी नहीं मिल रहा है.

जिला कलेक्टर का घेराव कर महिलाओं ने कहा कि कई साल से उनके यहां पानी सप्लाई नहीं हुआ है. मोहल्ले में लगी एक पानी की टंकी से वो लोग पानी भरते हैं, लेकिन मोहल्ले के लोगों ने पानी की टंकी पर कब्जा कर लिया है और टंकी को तोड़ दिया है. साथ ही ट्यूबवेल को भी खराब कर दिया है. ऐसे में लॉकडाउन के दौरान लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है. पानी के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं.

अलवर में महिलाओं ने पानी के लिए कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन

पढ़ें: सोनू सूद राजस्थानियों के लिए फिर बने मसीहा, जोधपुर में भर्ती ब्लैक फंगस रोगी की बचाई जान

वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को पानी सप्लाई करने का आदेश दिया. मौके पर जलदाय विभाग के अधिकारी पहुंचे उन्होंने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया. लेकिन महिलाएं पानी सप्लाई की मांग पर अड़ी हुई थी. जलदाय विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जब तक पानी की व्यवस्था नहीं होती टैंकर से पानी सप्लाई किया जाएगा जल्द ही पानी की टंकी को ठीक कराया जाएगा. जलदाय विभाग के अधिकारियों के आश्वासन के बाद महिलाओं ने हंगामा समाप्त किया.

पढ़ें: खबर का असर: जगमग हुआ भिवाड़ी कोविड चेकपोस्ट, अंधेरे की समस्या को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया था

बता दें कि अलवर जिला डार्क जोन में आ चुका है. जिले में सतही पानी के इंतजाम नहीं है. पूरा जिला ट्यूबवेल के भरोसे चल रहा है. लगातार बारिश कम होने से भूजल स्तर में तेजी से गिरावट हो रही है. आए दिन ट्यूबवेल खराब होते हैं और पानी का स्तर नीचे गिर रहा है. अलवर शहर में ही गर्मी के दौरान 90 से 100 एमएलडी पानी की आवश्यकता होती है, जबकि जलदाय विभाग 55 से 60 एमएलडी पानी सप्लाई कर पाता है. ऐसे में साफ है कि हालात खराब है.

लॉकडाउन के बाद भी अलवर में प्रतिदिन महिलाएं पानी के लिए प्रदर्शन कर रही है. प्रशासनिक अधिकारियों के तमाम दावों के बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. ऐसे में लॉकडाउन के दौरान भी लोग अपनी जान की परवाह करे बिना खाली बर्तन लेकर एक जगह से दूसरी जगह पर दिन भर घूमते हैं. इस दौरान बड़ी संख्या में संक्रमित लोग भी घर से बाहर घूम रहे हैं और संक्रमण फैला रहे हैं. शहर की कच्ची बस्ती और पुराने मोहल्लों में हालात ज्यादा खराब हैं. वैसे तो साल भर अलवर में पानी के लिए प्रदर्शन होते हैं. लेकिन गर्मी के मौसम में हालात ज्यादा खराब हो जाते हैं.

अलवर. जिले में दिनों-दिन पानी संकट बढ़ रहा है. लोगों को पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. मजबूरी में लॉकडाउन के दौरान भी लोग प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. धोबीकट्टा मोहल्ले की महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पर जमकर प्रदर्शन करते हुए पानी सप्लाई करने की मांग की. उन्होंने कहा कि उनके मोहल्ले की बोरिंग पर कुछ लोगों का कब्जा है. ऐसे में पीने के लिए पानी भी नहीं मिल रहा है.

जिला कलेक्टर का घेराव कर महिलाओं ने कहा कि कई साल से उनके यहां पानी सप्लाई नहीं हुआ है. मोहल्ले में लगी एक पानी की टंकी से वो लोग पानी भरते हैं, लेकिन मोहल्ले के लोगों ने पानी की टंकी पर कब्जा कर लिया है और टंकी को तोड़ दिया है. साथ ही ट्यूबवेल को भी खराब कर दिया है. ऐसे में लॉकडाउन के दौरान लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है. पानी के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं.

अलवर में महिलाओं ने पानी के लिए कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन

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वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को पानी सप्लाई करने का आदेश दिया. मौके पर जलदाय विभाग के अधिकारी पहुंचे उन्होंने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया. लेकिन महिलाएं पानी सप्लाई की मांग पर अड़ी हुई थी. जलदाय विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जब तक पानी की व्यवस्था नहीं होती टैंकर से पानी सप्लाई किया जाएगा जल्द ही पानी की टंकी को ठीक कराया जाएगा. जलदाय विभाग के अधिकारियों के आश्वासन के बाद महिलाओं ने हंगामा समाप्त किया.

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बता दें कि अलवर जिला डार्क जोन में आ चुका है. जिले में सतही पानी के इंतजाम नहीं है. पूरा जिला ट्यूबवेल के भरोसे चल रहा है. लगातार बारिश कम होने से भूजल स्तर में तेजी से गिरावट हो रही है. आए दिन ट्यूबवेल खराब होते हैं और पानी का स्तर नीचे गिर रहा है. अलवर शहर में ही गर्मी के दौरान 90 से 100 एमएलडी पानी की आवश्यकता होती है, जबकि जलदाय विभाग 55 से 60 एमएलडी पानी सप्लाई कर पाता है. ऐसे में साफ है कि हालात खराब है.

लॉकडाउन के बाद भी अलवर में प्रतिदिन महिलाएं पानी के लिए प्रदर्शन कर रही है. प्रशासनिक अधिकारियों के तमाम दावों के बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. ऐसे में लॉकडाउन के दौरान भी लोग अपनी जान की परवाह करे बिना खाली बर्तन लेकर एक जगह से दूसरी जगह पर दिन भर घूमते हैं. इस दौरान बड़ी संख्या में संक्रमित लोग भी घर से बाहर घूम रहे हैं और संक्रमण फैला रहे हैं. शहर की कच्ची बस्ती और पुराने मोहल्लों में हालात ज्यादा खराब हैं. वैसे तो साल भर अलवर में पानी के लिए प्रदर्शन होते हैं. लेकिन गर्मी के मौसम में हालात ज्यादा खराब हो जाते हैं.

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