अलवर. रेल मंत्री पीयूष गोयल रविवार को अलवर दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना काल के कारण प्रदेश सरकार की सहमति के बाद धीरे-धीरे ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. एक साथ ट्रेनें चलाने से कोरोना वायरस का प्रभाव बढ़ सकता है. उन्होंने कहा कि भारतीय रेल देश की संपत्ति है और इसका निजीकरण एक दुष्प्रचार है. पीपीपी मॉडल पर अगर कुछ उद्योगपति ट्रेनें चलाना चाहते हैं तो उनका रेलवे स्वागत करती है. उन्होंने कहा कि 2022 में 15 अगस्त से पहले डीएमआईसी (दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरीडोर) का काम पूरा हो जाएगा.
पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे की तरफ से लगातार सकारात्मक रूप में कार्य करते हुए काम किया जा रहा है. कोरोना आल में रेलवे ने अनूठा उदाहरण पेश किया और लोगों को उनके घर तक पहुंचाया गया. मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की सहमति के बाद ट्रेनों को शुरू किया जा रहा है.
2022 से पहले पूरा होगा डीएमआईसी का काम...
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि डीएमआईसी प्रोजेक्ट का काम 2022 से पहले पूरा होगा. डीएमआईसी (दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरीडोर) प्रोजेक्ट को लेकर उन्होंने कहा कि वो खुद प्रत्येक सोमवार को प्रोजेक्ट का रिव्यू करते हैं. उनकी निगरानी में पूरा काम हो रहा है. 15 अगस्त 2022 से पहले इस प्रोजेक्ट का काम पूरा हो जाएगा. इससे देश को नई दिशा मिलेगी. औद्योगिक क्षेत्र में कई शहर सीधे महानगरों से जुड़ पाएंगे.
निजीकरण विपक्षी पार्टियों का दुष्प्रचार...
पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे का निजीकरण केवल विपक्षी पार्टियों का दुष्प्रचार है. रेलवे भारत की संपत्ति है और भारत सरकार की संपत्ति रहेगी. रेलवे को 50 हजार करोड़ रुपए की आवश्यकता है, ऐसे में पीपीपी मॉडल पर लोगों को ट्रेन संचालन के लिए दी जा रही है. इससे यात्रियों को भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.
जल्द आएगी कोरोना की वैक्सीन...
गोयल ने कहा कि जल्द ही देश में कोरोना की वैक्सीन आएगी. देश के प्रधानमंत्री खुद लगातार कोरोना वैक्सीन को लेकर दौरा कर रहे हैं. उन्होंने जिन शहरों में कोरोना वैक्सीन पर काम चल रहा है, उन जगहों का निरीक्षण किया और हालात जाने. गोयल ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी खुद प्रधानमंत्री उठा रहे हैं.
पीयूष गोयल ने कहा कि ट्रेनों के साथ औद्योगिक क्षेत्र को डवलप करने का काम भी तेजी से चल रहा है क्योंकि अलवर औद्योगिक हब है. अलवर में हजारों की संख्या में औद्योगिक इकाइयां हैं. उन्होंने कहा कि अगर वो लगातार डीएमआईसी (दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरीडोर) प्रोजेक्ट से जुड़ेंगे तो इस क्षेत्र का विकास होगा. यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा.
रेलवे की तरफ से कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है और जरूरत के हिसाब से मालगाड़ियां और यात्री गाड़ियां चलाई जा रही है. उन दोनों को चलाने के अलावा निवेश का काम भी रेलवे की तरफ से समय-समय पर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान रेलवे के कर्मचारियों ने अहम भूमिका निभाई है. रेलवे की तरफ से लोगों को घर पहुंचाने का काम किया गया, यह अपने आप में एक सकारात्मक प्रयास है.