अलवर. पपला गुर्जर को न्यायालय ने पुलिस रिमांड पर भेजा हुआ है. इस दौरान विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को नीमराणा थाने में रखा गया है. नीमराणा थाने को पुलिस छावनी में तब्दील कर रखा है. लगातार पुलिस के आला अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है. हालांकि अभी तक पुलिस ने हथियार बरामद नहीं किए हैं.
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पपला गुर्जर के पिता मनोहर लाल और उनके साथ एक वकील मिलने के लिए नीमराणा पहुंचे. लेकिन, पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उनको पपला गुर्जर से नहीं मिलने दिया गया. मायूस पिता ने कहा कि दो बेटे हैं. दोनों ही जेल में है. साल 2017 के बाद उसने बेटे को नहीं देखा है. मुलाकात होती तो उससे कहता कि अपराध की दुनिया छोड़कर नेक राह पर चलो. मनोहर लाल ने मुलाकात नहीं कराने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बड़े से बड़े अपराधी को परिजनों से मिलने की अनुमति रहती है. इस पूरे मामले से पुलिस के आला अधिकारी बचते हुए नजर आए.
पपला गुर्जर के पिता वकील को कोटपूतली से लेकर नीमराणा पहुंचे. थाने के बाहर जवानों ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया. मामले की जानकारी एसपी सिद्धांत शर्मा को दी गई. लेकिन अनुमति नहीं मिलने पर दोनों को बाहर से ही लौटना पड़ा. कुछ देर बाद वकील गोविंद सिंह रावत नीमराणा अभिभाषण संघ का वकालतनामा लेकर लौटे और कहा कि पपला गुर्जर के हस्ताक्षर करवाने हैं. इस पर पुलिसकर्मी वकील को लेकर अंदर गए. पुलिसकर्मी ने वकील को पगला से नहीं मिलने दिया और खुद ही वकालत नाम पर हस्ताक्षर करवाए.
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वहीं, पपला ने कहा कि वो वकील को नहीं जानता है. इसलिए साइन नहीं करेगा. मुझे अपने परिचित से मिलवा ओ. उसके बाद साइन करूंगा. 4 फरवरी को पुलिस थाने का कांस्टेबल महेंद्रगढ़ पुलिस थाने में सिपाही ने पपला गुर्जर के घर पहुंच कर उसकी गिरफ्तारी की सूचना दी. लगातार पुलिस की तरफ से खास सावधानी बरती जा रही है. पपला गुर्जर की सुरक्षा में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं. टीम सक्रिय सुरक्षा घेरे में पपला गुर्जर को रखा जा रहा है.