अलवर. राजस्थान सरकार की ओर से कराए जा रहे ग्रामीण ओलंपिक खेलों में सोमवार को रामगढ़ उपखंड के बगड़ राजपूत गांव में आयोजित ब्लॉक स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में महासंग्राम हो गया. जहां प्रशासन की मौजूदगी में एक गांव की टीम ने दूसरी टीम के साथ मारपीट कर दी. जिसमें करीब एक दर्जन खिलाड़ी घायल हो (Several players injured in clash) गए. घायलों को रामगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इस सूचना के बाद तहसीलदार मौके पर पहुंचे और उन्होंने घटना की जानकारी ली. इस खेल आयोजन के अध्यक्ष उपखंड अधिकारी और तहसीलदार थे, जो झगड़े के वक्त मौजूद नहीं थे. इससे ग्रामीणों में भारी रोष है. आज बगड़ तिराया पर नंगली बंजीरका और खालसा नगर टीम के बीच कबड्डी प्रतियोगिता का मैच चल रहा था. नंगला बंजीरका की टीम लगातार मैच हार रही थी, लेकिन रेफरी उन्हें आउट नहीं दे रहे थे. जिसका विरोध खालसा नगर की टीम ने किया.
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इस पर झगड़ा शुरू हो गया और हालात यहां तक पहुंचे गए कि लाठी-डंडा चल गए और करीब एक दर्जन खिलाड़ियों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. इसकी सूचना मिलने के बाद घायल खिलाड़ियों के समर्थक भी अस्पताल पहुंच गए. वहां फिलहाल पुलिस बल तैनात किया गया है, लेकिन माहौल अभी शांतिपूर्ण नहीं कहा जा सकता. रामगढ़ के तहसीलदार धीरेंद्र कदम ने बताया कि नंगला बंजीरका और खालसा नगर टीम में झगड़ा होने की समाचार मिले थे. मौके पर पहुंचे तो खालसा नगर टीम के खिलाड़ियों चोटिल थे. इन्हें अलवर, रामगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने उद्योग नगर थाना पुलिस को भी निर्देशित किया है कि रिपोर्ट मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए.
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खिलौरा गांव के पूर्व सरपंच कृष्ण यादव ने बताया कि खेल हारने पर नंगला बनजिका की टीम ने खालसा नगर की टीम पर हमला किया. यह मैच पूरी तरह शांतिपूर्ण चल रहा था, लेकिन पक्षपात होने पर इसका विरोध होने लगा, तो नंगला बंजीरका टीम व उनके समर्थकों ने खालसा नगर की टीम पर हमला बोल दिया. इसमें करीब एक दर्जन खिलाड़ियों के चोट आई है. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि खेल आयोजन कमेटी के अध्यक्ष उपखंड अधिकारी और तहसीलदार होते हैं, लेकिन दोनों ही अधिकारी वहां नदारद थे.
खालसा नगर टीम के खिलाड़ी सचिन यादव ने बताया कि हमारी टीम ने सामने वाली टीम को 45 सेकंड में आउट कर दिया था, लेकिन रेफरी उन्हें जिताने का प्रयास करते रहे और उनके खिलाड़ियों को आउट नहीं दे रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि जब झगड़े के बाद पुलिस मौके पर पहुंची, तो पुलिस हमें ही धमकाने लगे.