अजमेर. अफगानिस्तान और हिंदुस्तान के आपसी रिश्तों में तरक्की के लिए दुआ करी. हाजी सय्यद सलमान चिश्ती गद्दी नशीन दरगाह अजमेर शरीफ ने उनकी दस्तर बंदी करके दुआ करी और दोनों मुल्कों के आपसी रिश्तों में अमन और शांति और की.
मियाबी की दुआ की साथ ही दोनों मुल्कों के रूहानी रिश्तों की बेहतरीन के लिए दुआ करी. अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज के 809 वे उर्स मुबारक पर अफगानिस्तान की अवाम की तरफ से और मुल्क के सादर अशरफ गनी की तरफ से अमन का पैगाम और चादर मुबारक पेश करने की नियत करी अम्बास्सोडर ताहिर कादरी सहाब ने.
हाजी सय्यद सलमान चिश्ती ने अम्बास्सोडर ताहिर कादरी साहब से अजमेर शरीफ और हेरात व चिश्त-ऐ-शरीफ को रूहानी शहर और सूफ़ी ट्विन सिटीस बनाने के लिए भी बात की. ताकि अधिकारित तौर से अफगानिस्तान सिफारतखाना और हिंदुस्तान के विदेशी मंत्रालय के साथ मिलकर हिंदुस्तान और अफगानिस्तान के रूहानी रिश्तों को आगे बढ़ाने की पहल करें.
पढ़ें- अजमेरः ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह स्तिथ देग में बने मीठे चावल
अम्बास्सोडर के साथ नियॉर्क टाइम के वरिष्ठ पत्रकार और उनके साथी भी जियरात के लिए आये ये सभी पहली बार दरगाह अजमेर शरीफ मे आये थे और इन सभी को ख्वाजा गरीब नवाज के बुलावे पर दरगाह की जियरात करके रूहानी सुकून का अहसास हुआ हाजी सय्यद सलमान चिश्ती ने जियरात के बाद सभी की दास्तांबंदी करी और ताबरूक भेंट किया. जियरात के बाद सभी ने चिश्ती मंजिल सूफ़ी खानका में लंगर खाया और महफिले समां में शरीक हुए.