ETV Bharat / state

सिख समाज ने सहेज कर रखा है गुरु गोविंद सिंह जी का 350 साल पुराना बेड, पलंग साहेब का दिया दर्जा - PRAKASH PARV 2025

सिख समाज ने जोधपुर में 350 साल पुराना पलंग सहेज कर रखा है, जिसपर गुरु गोविंद सिंह जी विश्राम करते थे.

गुरु गोबिंद सिंह जयंती
गुरु गोबिंद सिंह जयंती (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 6, 2025, 2:20 PM IST

Updated : Jan 6, 2025, 2:26 PM IST

जोधपुर : सिख समाज के 10वें गुरु गोविंद सिंह की जयंती आज पूरे भारत में मनाई जा रही है. जोधपुर के गुरुद्वारा सिंह सभा में वह एतिहासिक पलंग आज भी रखा है, जिस पर गुरु गोबिंद सिंह विश्राम करते थे. इसे पलंग साहेब का दर्जा दिया गया है. आज जयंती ​के मौके पर सिख समाज इसके दर्शन कर रहा है. इस पलंग की सत्यता श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भी जांच सिद्ध कर जोधपुर से मांगा था, लेकिन जोधपुर के समाज ने यहीं रखने का निर्णय लिया. सिंह सभा के प्रधान दर्शन सिंह बताते हैं कि बुद्धू शाह ने पलंग गुरुजी को दिया था, जिसे हमने सहेज कर रखा है. इसके दर्शन के लिए पूरे देश से संगत आती है. सभा के सचिव कुलदीपसिंह सलूजा ने बताया कि हमने यहां पर 24 घंटे दर्शन की व्यवस्था रखी है. पंलग के साथ साथ गुरुजी के चरणों के भी दर्शन होते हैं.

यूं पहुंचा सिंह सभा के पास : जोधपुर में पलंग साहिब का यह पलंग फकीर पीर बुद्धू शाह ने हिजरी सन 1110 में गुरु गोविंद सिंह महाराज को भेंट किया था, जिस पर वे विश्राम करते थे. एक बार दक्षिण की यात्रा पर निकले तो उन्होंने यह पलंग बुद्धू शाह को रखने को दिया. बुद्धू शाह ने इसे अपने एक सिपाहसालर को दे दिया, जिसका परिवार नारनौल से जोधपुर आ गया और यहां उमेद स्टेडियम के पास बंबा मोहल्ले में अब्दुल रहमान की हवेली में रहने लगा. यहां से यह पलंग अब्दुल रहमान के पास आ गया. सालों पहले उस हवेली को एक सिख परिवार ने खरीद लिया, जिसके साथ पलंग भी आया. कुछ समय तक एक परिवार के पास रहा. जांच पड़ताल के बाद सिंह सभा ने परिवार से यह पलंग प्राप्त किया. सिंह सभा में इस पलंग को स्थापित किए हुए 40 साल से ज्यादा का समय हो गया है. हर वर्ष हजारों की संख्या में देश-विदेश से दर्शनार्थी इस गुरुद्वारे में दर्शन कर मत्था टेकने आते हैं.

गुरु गोविंद सिंह जी का पलंग साहेब (ETV Bharat Jodhpur)

पढ़ें. सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह का प्रकाश पर्व आज, राजस्थान से था उनका गहरा नाता

जांच में सही पाया गया : जोधपुर में सिंह सभा के पास पलंग आने के बाद उन्होंने अमृतसर के श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को सूचित किया. कमेटी ने इस पलंग पर 1967-68 में अध्ययन किया. पलंग साहेब पर अरबी भाषा में फकीर बुद्धू शाह की ओर से गुरु गोबिंद सिंह को इस हिजरी संवत 1110 में भेंट करना लिखा पाया गया. एसजीपीसी की मान्यता के बाद श्रद्धालुओं इसके प्रति आस्था और बढ़ गई. आज देश विदेश से सिख समाज के लोग इसके दर्शन के लिए आते हैं.

जयपुर में उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने पुष्पांजलि अर्पित की : सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर सोमवार को उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने सिटी पैलेस के सर्वतोभद्र चौक में गुरु जी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस मौके पर उन्होंने जयपुर के सिटी पैलेस में विराजमान गुरु जी की ऐतिहासिक तलवार की भी पूजा-अर्चना की. उन्होंने कहा गुरु गोबिंद सिंह जी का त्याग, बलिदान और शौर्य की गाथा हम सबको सदैव प्रेरित करती रहेगी. इसके बाद शबद कीर्तन का आयोजन किया गया.

उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने गुरु जी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की
उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने गुरु जी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की (ETV Bharat jaipur)

पढ़ें. मांसाहारी बाज को बाजरा और ज्वार खाता देख चकित हुए थे गुरु गोबिंद सिंह, पीठाधीश्वर को दिए थे सोने की मोहरें

सैलानियों ने भी किया दीदार : गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर यह तलवार सिटी पैलेस के सर्वतोभद्र चौक में आगंतुकों, पर्यटकों और आमजन के दर्शन के लिए रखी गई है. गौरतलब है कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने कुछ समय नाहन (सिरमौर जिला, हिमाचल प्रदेश) में व्यतीत किया था. तब नाहन छोड़ते समय उन्होंने अपनी निजी तलवार तत्कालीन शासक को स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की थी. राजमाता पद्मिनी देवी, जो कि नाहन से हैं, कुछ वर्ष पहले तलवार को जयपुर लेकर आईं थीं.

जोधपुर : सिख समाज के 10वें गुरु गोविंद सिंह की जयंती आज पूरे भारत में मनाई जा रही है. जोधपुर के गुरुद्वारा सिंह सभा में वह एतिहासिक पलंग आज भी रखा है, जिस पर गुरु गोबिंद सिंह विश्राम करते थे. इसे पलंग साहेब का दर्जा दिया गया है. आज जयंती ​के मौके पर सिख समाज इसके दर्शन कर रहा है. इस पलंग की सत्यता श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भी जांच सिद्ध कर जोधपुर से मांगा था, लेकिन जोधपुर के समाज ने यहीं रखने का निर्णय लिया. सिंह सभा के प्रधान दर्शन सिंह बताते हैं कि बुद्धू शाह ने पलंग गुरुजी को दिया था, जिसे हमने सहेज कर रखा है. इसके दर्शन के लिए पूरे देश से संगत आती है. सभा के सचिव कुलदीपसिंह सलूजा ने बताया कि हमने यहां पर 24 घंटे दर्शन की व्यवस्था रखी है. पंलग के साथ साथ गुरुजी के चरणों के भी दर्शन होते हैं.

यूं पहुंचा सिंह सभा के पास : जोधपुर में पलंग साहिब का यह पलंग फकीर पीर बुद्धू शाह ने हिजरी सन 1110 में गुरु गोविंद सिंह महाराज को भेंट किया था, जिस पर वे विश्राम करते थे. एक बार दक्षिण की यात्रा पर निकले तो उन्होंने यह पलंग बुद्धू शाह को रखने को दिया. बुद्धू शाह ने इसे अपने एक सिपाहसालर को दे दिया, जिसका परिवार नारनौल से जोधपुर आ गया और यहां उमेद स्टेडियम के पास बंबा मोहल्ले में अब्दुल रहमान की हवेली में रहने लगा. यहां से यह पलंग अब्दुल रहमान के पास आ गया. सालों पहले उस हवेली को एक सिख परिवार ने खरीद लिया, जिसके साथ पलंग भी आया. कुछ समय तक एक परिवार के पास रहा. जांच पड़ताल के बाद सिंह सभा ने परिवार से यह पलंग प्राप्त किया. सिंह सभा में इस पलंग को स्थापित किए हुए 40 साल से ज्यादा का समय हो गया है. हर वर्ष हजारों की संख्या में देश-विदेश से दर्शनार्थी इस गुरुद्वारे में दर्शन कर मत्था टेकने आते हैं.

गुरु गोविंद सिंह जी का पलंग साहेब (ETV Bharat Jodhpur)

पढ़ें. सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह का प्रकाश पर्व आज, राजस्थान से था उनका गहरा नाता

जांच में सही पाया गया : जोधपुर में सिंह सभा के पास पलंग आने के बाद उन्होंने अमृतसर के श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को सूचित किया. कमेटी ने इस पलंग पर 1967-68 में अध्ययन किया. पलंग साहेब पर अरबी भाषा में फकीर बुद्धू शाह की ओर से गुरु गोबिंद सिंह को इस हिजरी संवत 1110 में भेंट करना लिखा पाया गया. एसजीपीसी की मान्यता के बाद श्रद्धालुओं इसके प्रति आस्था और बढ़ गई. आज देश विदेश से सिख समाज के लोग इसके दर्शन के लिए आते हैं.

जयपुर में उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने पुष्पांजलि अर्पित की : सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर सोमवार को उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने सिटी पैलेस के सर्वतोभद्र चौक में गुरु जी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस मौके पर उन्होंने जयपुर के सिटी पैलेस में विराजमान गुरु जी की ऐतिहासिक तलवार की भी पूजा-अर्चना की. उन्होंने कहा गुरु गोबिंद सिंह जी का त्याग, बलिदान और शौर्य की गाथा हम सबको सदैव प्रेरित करती रहेगी. इसके बाद शबद कीर्तन का आयोजन किया गया.

उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने गुरु जी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की
उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने गुरु जी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की (ETV Bharat jaipur)

पढ़ें. मांसाहारी बाज को बाजरा और ज्वार खाता देख चकित हुए थे गुरु गोबिंद सिंह, पीठाधीश्वर को दिए थे सोने की मोहरें

सैलानियों ने भी किया दीदार : गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर यह तलवार सिटी पैलेस के सर्वतोभद्र चौक में आगंतुकों, पर्यटकों और आमजन के दर्शन के लिए रखी गई है. गौरतलब है कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने कुछ समय नाहन (सिरमौर जिला, हिमाचल प्रदेश) में व्यतीत किया था. तब नाहन छोड़ते समय उन्होंने अपनी निजी तलवार तत्कालीन शासक को स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की थी. राजमाता पद्मिनी देवी, जो कि नाहन से हैं, कुछ वर्ष पहले तलवार को जयपुर लेकर आईं थीं.

Last Updated : Jan 6, 2025, 2:26 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.