अजमेर. राजस्थान के अजमेर शहर में विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में मुस्लिम समाज के लोगों ने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के विवादित बयान की कड़े शब्दों में निंदा की है. वहीं शहर काजी के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया. जिसके जरिए फ्रांस के राष्ट्रपति का विश्व भर में विरोध जताने की मांग की जा रही है.
शहर काजी मौलाना तौसीफ अहमद सिद्दीकी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग से उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति की ओर से हजरत मोहम्मद साहब के खिलाफ की गई टिप्पणी का विरोध जताया है. वहीं उन्होंने कहा कि शांति और अमन चैन का पैगाम देने वाले ख्वाजा साहब की नगरी से फ्रांस के राष्ट्रपति की ओर से की गई टिप्पणी का शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर विरोध जताया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति को चाहिए कि वह फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ यूएनओ में भी आवाज बुलंद करें, जिससे कि भविष्य में भी ऐसा कोई विवादित बयान ख्वाजा गरीब नवाज के खिलाफ ना सके. उन्होंने कहा कि विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह से शांति और भाईचारे का पैगाम पूरे देश में जाता है. वहीं पूरे देश से लोग इस बार का में अमन चैन की दुआ मांगने भी आते हैं. अब ऐसे में फ्रांस के राष्ट्रपति द्वारा हजरत मोहम्मद साहब के खिलाफ विवादित टिप्पणी का बयान जारी किया गया है.