अजमेर. पूरे देश में 22 अगस्त से विघ्नहर्ता गणेश का उत्सव गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जा रहा है. हालांकि कोरोना की वजह से इस साल कोई भी बड़े आयोजन नहीं किेए जाएंगे. वहीं, इस मौके पर जिले के नन्हें- मुन्हें बच्चों ने भी अपने हाथों से गणपति की मूर्ति बनाई. भगवान गणपति के प्रति अपनी आस्था को व्यक्त करते हुए 10 साल के सोमित वर्मा ने गणेश की प्रतिमा को बनाई.
लोगों का कहना है कि कोरोना की वजह से बड़े आयोजन नहीं हो पा रहे है और ना ही लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं. ऐसे में वह घर में ही रहकर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने के साथ-साथ गणेश की स्थापना करेंगे. वैशाली नगर स्थित शेखर वर्मा के पुत्र सोमीत वर्मा ने बताया कि उन्होंने बड़ी मेहनत से गणेश की प्रतिमा को आकार दिया है. मिट्टी की बनी इस गणेश की प्रतिमा को आकार देने के बाद उसे मूर्त रूप देने की कोशिश की जा रही है.
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सोमीत ने कहा कि वह हर बार अपने घर पर गणेश स्थापना करते हैं, लेकिन इस बार वह बाजार से मूर्ति खरीद कर नहीं लाए हैं, बल्कि इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमा बनाकर अपने परिवार के साथ घर पर ही पूजा अर्चना करेंगे.
सोमित की मां रेखा वर्मा ने बताया कि सोमित को बचपन से ही पेंटिंग का काफी शौक है और वह घर में रहकर कुछ ना कुछ बनाया करता है. लेकिन इस बार उसके मन में इच्छा थी कि वह गणेश की प्रतिमा बनाए. जिसके बाद उसने चिकनी मिट्टी से गणेश की प्रतिमा को बनाया और उसे रंगों के माध्यम से एक मूर्त रूप दिया.
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सोमित ने सभी से अपील भी की है कि गणेश चतुर्थी के मौके पर घर में रहकर ही पूजा-अर्चना करें क्योंकि जितना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा उतना ही कोरोना संक्रमण से बचाव होगा. बता दें कि राजस्थान सरकार की ओर से मंदिरों को 31 अगस्त से खोलने के आदेश दिए गए हैं.