अजमेर. देश में कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन में कई लोगो अपने घरों से दूर अलग अलग जगहों में फंसे है. इस स्थिति में अजमेर दरगाह क्षेत्र में भी तीन हज़ार जायरीनों फसें है. जिन्हे घर पहुंचने के लिए शहर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से मदद मांगी है. शहर कांग्रेस ने सरकार से आग्रह किया है कि लगभग 8 राज्यों के इन जायरीन को इनके घरों तक भेजने के लिए सभी राज्यों के मुखियाओं से राज्य सरकार बात करें.
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कांग्रेस प्रवक्ता मुजफ्फर भारती ने बताया कि शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने इस संबंध में एक रिपोर्ट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को भेजी है. इस रिपोर्ट के अनुसार कि 10 राज्यों के 3075 जायरीन अजमेर में फंसे हुए हैं. कुछ दरगाह क्षेत्र की विभिन्न होटलों में तो वहीं कुछ गेस्ट हाउस में ठहरे हुए हैं. जिनमें उत्तर प्रदेश के 569, बिहार के 271, पश्चिम बंगाल के 744, महाराष्ट्र के 255, आंध्र प्रदेश के 601, कर्नाटक के 356, गुजरात के 75, दिल्ली के 28 और झारखंड के 77 जायरीन शामिल हैं.
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इसी के साथ मुजफ्फर भारती ने बताया की प्रदेश में लॉकडाउन लगने और उसके बाद रेल और बस सेवाओं को स्थगित कर देने के कारण तकरीबन तीन हजार ज़ायरीन दरगाह क्षेत्र के विभिन्न होटलों और गेस्ट हाउसों में ठहरे हुए हैं. अभी तक इन जायरीन के खाने का इंतजाम क्षेत्र के भामाशाह और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इमरान सिद्दीकी ही कर रहे थे. लेकिन कुछ दिनों में रमजान का महिना शुरू होने वाला है और यह जायरीन अब चाहते हैं कि उन्हें किसी भी तरह सरकार की मदद से उनके घरों पर भेज दिया जाए. जिसके लिए अभी राज्य की सरकारों को अजमेर में फंसे हुए जायरीन को अपने राज्यों में बुलाने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाना चाहिए.