अजमेर. ब्यावर नगर परिषद में चल रहे भ्रष्टाचार का कुछ दिन पहले एसीबी ने भंडाफोड़ कर दिया था. मामले में दलाल सुनील लखारा और भरत मंगल को भी एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं आरोपी पार्षद कुलदीप बोहरा ने बुधवार को एसीबी विशेष न्यायालय में सरेंडर कर दिया, जहां से उसे पूछताछ के लिए एसीबी को सौंप दिया गया है.
ब्यावर नगर परिषद में चल रहे भ्रष्टाचार का भंड़ाफोड़ तब हुआ, जब परिवादी सीताराम साहू ने आरोपी पार्षद कुलदीप बोहरा और सुरेंद्र सोनी सहित एक अन्य पार्षद के खिलाफ रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए जोधपुर ग्रामीण एसपी को शिकायत सौंपी थी. परिवादी की शिकायत के कारण वेरिफिकेशन करने पर एसीबी की टीम ने इस शिकायत को सच पाया.
एसीबी ने जाल बिछाकर आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की, जिसमें दलाल भरत मंगल और सुनील लखारा तो पकड़े गए. लेकिन आरोपी पार्षद कुलदीप बोहरा मौके से फरार हो गया था. एसीबी की टीम लगातार आरोपी पार्षद कुलदीप बोहरा की तलाश कर रही थी. वहीं कुलदीप बोहरा ने बुधवार को एसीबी न्यायालय के समक्ष उपस्थित होकर खुद को सरेंडर कर दिया.
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एसीबी के एडिशनल एसपी सतनाम सिंह ने बताया, ब्यावर नगर परिषद के पार्षद के लिए ढाई लाख रुपए की रिश्वत लेने के जुर्म में दलाल भरत मंगल और सुनील लखारा को गिरफ्तार किया गया था. वहीं आरोपी पार्षद कुलदीप बोहरा और सुरेंद्र सोनी फरार हो गए थे. बुधवार को बोहरा ने न्यायालय में सरेंडर कर दिया, जिसके बाद न्यायालय ने उसे एसीबी को सौंप दिया. पूछताछ के बाद एसीबी गुरुवार को दोबारा आरोपी को न्यायालय में पेश करेगी. वहीं दूसरे आरोपी पार्षद सुरेंद्र सोनी की तलाश अभी भी जारी है.
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गिरफ्तारी के बाद आरोपी पार्षद कुलदीप बोहरा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, वह पूरी तरह से बेकसूर है. उसने तो खुद परिवादी सीताराम साहू की ओर से किए जा रहे अवैध निर्माण की शिकायत ब्यावर नगर परिषद को सौंपी थी. मामले में जिस दलाल भरत मंगल का जिक्र किया गया है, वह किसके लिए काम करता है. इसे पूरा ब्यावर शहर जानता है.
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वहीं सुनील लखारा के संबंध में आरोपी पार्षद बोहरा ने कहा, वह सुनील लखारा को जानता तक नहीं है. आरोपी ने कहा, वह पूरी तरह से निर्दोष है और राजनीतिक षड्यंत्र के चलते उसे झूठे मामले में फंसाया गया है. वह निर्दलीय पार्षद है और नगर परिषद में उसका अच्छा नाम है. इसीलिए उसे साजिश कर फंसाया जा रहा है. लेकिन उसे एसीबी और न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है. जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.