उमरिया। शहर के सिंचाई विभाग में कार्यरत लिपिक परमानंद श्रीवास्तव के बेटे देव प्रकाश ने तबला और केजोन वादन में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कर लिया है. बता दें कि देव प्रकाश की बचपन से ही रुचि पढ़ाई लिखाई में न होकर गीत संगीत में थी, माली हालत अच्छी न होने के बावजूद पिता परमानंद ने बेटे की रुचि को देखते हुए बॉम्बे के प्रसिद्ध संगीत एकेडमी में साल 2015 में उनका प्रवेश कराया. जहां ख्यातिप्राप्त संगीतकार सुरेश वाडेकर एवं तबलावादक नयन घोष के सान्निध्य में देव प्रकाश ने संगीत की उत्कृष्ट शिक्षा लेकर अपने कैरियर को आगे बढ़ाया.
देव प्रकाश ने 25 जनवरी को अमेजन प्राइम वीडियो द्वारा प्रायोजित देश भक्ति गीत में बतौर कलाकार हिस्सा लिया और 1046 म्यूजिशियन के साथ पार्टिसिपेट करते हुए बेहतर प्रदर्शन किया. इस मौके पर मौजूद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की ज्यूरी ने गीत रिकॉर्ड होने के बाद इसे उत्कृष्ट गीत माना और सर्टिफिकेट दिया. देव की इस उपलब्धि से उमारिया जिले को गौरव तो मिला ही, साथ ही परिवार में भी खुशियां छा गई. सच्ची लगन और मेहनत से कोई भी इंसान संसाधनों के अभावों में भी महान काम कर सकता है और इसी बात को उमरिया के साधारण परिवार के नव युवक देव प्रकाश ने चरितार्थ कर दिखाया है.