उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में प्रातः काल 3:00 बजे होने वाली भस्म आरती में सबसे पहले भगवान महाकाल को जल अर्पित कर उन्हें स्नान कराया गया. इसके बाद पंडे, पुजारियों द्वारा दूध, दही, घी, शहद, पंचामृत से भगवान का अभिषेक किया गया. फिर उनका पुजारियों द्वारा अद्भुत श्रृंगार किया गया. इस दौरान बाबा महाकाल ने बजरंगबली के रूप में भक्तों को दर्शन दिए, भगवान महाकाल को भस्मी अर्पित करके आरती की गई जिसमें बाबा महाकाल को फल और विभिन्न प्रकार की मिठाइयों का भोग लगाया गया यह देख भक्त भी शिवमय हो गए.(Baba Mahakal makeup on 11 October 2022)
बाबा महाकाल का राजा के रूप में हुआ श्रृंगार: भगवान महाकाल को मस्तक पर चांदी का चंद्र व चंदन से त्रिपुण्ड, और त्रिसर नेत्र व कानों में चांदी के नाग देवता के कुंडल धारण कराए गए. वहीं मोगरे के फूलों से सजाया गया. भगवान महाकाल के श्रृंगार में काजू, बादाम, रुद्राक्ष, अबीर, कुमकुम सहित तमाम पकवान अर्पित कर राजा के रूप में तैयार किया गया. इसके अलावा भगवान को चांदी का छत्र, रुद्राक्ष की माला, फूलों की माला और कलरफुल वस्त्र पहनाये गये, फिर तमाम प्रकार के फल और मिठाइयों से भोग लगाया. (Ujjain Mahakaleshwar temple)
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भगवान को देख अभिभूत हो जाते हैं भक्त: उज्जैन के बाबा महाकाल की भस्मती के लिए श्रद्धलु रात 12 बजे मंदिर के बाहर लाइन लगाकर खड़े हो जाते है और तीन बजे जैसे ही मंदिर के पट खुलते हैं, श्रद्धलु को बारी-बारी मंदिर में जाने दिया जाता है और आखिर में महाकाल बाबा का पंडे, पुजारी मंत्र उपचारण के साथ जल से अभिषेक कर पंचामृत अभिषेक करते हैं. भगवान महाकाल का भांग से श्रृंगार कर उसके बाद बाबा महाकाल को भस्मी अर्पित करते हैं और फिर शुरू होती है भस्म आरती, जिसे देख भक्त अभिभूत हो जाते हैं. (Ujjain Mahakal Lok)