आगर। बारिश नहीं होने के कारण गर्मी से भी लोगों का हाल बेहाल हो रहा है. किसान भी भारी नुकसान झेल रहे हैं. रूठे इंद्रदेव को मनाने के लिए हर दिन नए-नए तरीके अपनाए जा रहे है. शनिवार को सालों पुरानी परम्परा को एक बार पुन:जीवित करते हुएं शहरवासियों ने उज्जैनी का आयोजन किया.
बाग रसोई जिसे गांवों में बोलचाल की भाषा में उज्जमनी या उज्जैनी कहा जाता है इन दिनों जगह-जगह आयोजन हो रहा है. ग्रामीण अपने-अपने घरों से दूर खेत खलिहान में खुले आसमान के नीचे खाना बनाते है और भगवान इंद्र से बारिश करने की प्रार्थना करते हैं. शनिवार को पूरा शहर बंद रहा. लोगों ने खेत-खलिहानों और मंदिरों में भोजन बनाया और इंद द्रेव को भोग लगाया. मंदिरों में भजन कीर्तन भी किए गए.
शनिवार को नगर के बाहर मेला ग्राउण्ड क्षेत्र में इतवारीय बाजार क्षेत्र की महिलाओं के द्वारा सामुहिक रूप से भोजन बनाया गया और इंद देव को दाल-बाटी का भोग लगाकर बारिश के लिए प्रार्थना की गई. साथ ही ओंकारेश्वर, महादेव मंदिर, नगर से 3 किलोमीटर दूर स्थित मोरूखेडी स्थित शिव मंदिर और खेतो खलिहानों पर नगरवासियों ने पहुंचकर अच्छी बारिश की कामना को लेकर उज्जैनी मनाई.