उज्जैन। सोमवती अमावस्या पर होने वाले मेले पर लॉडाउन का असर देखने को मिला है. शिप्रा नदी किनारे रामघाट और सोमती कुंड पर बड़ी तादाद में श्रद्धालु यहां आते हैं. माना जाता है शिप्रा नदी में डुबकी लगाने से बुरी आत्माओं से आत्माओं से मुक्ति पाई जाती है. लेकिन लॉकडाउन के कारण बावन कुंड विरान दिखाई दिए.
सोमवती अमावस पर नहीं दिखे श्रद्धालु
उज्जैन कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच शनिवार को हुई क्राइसिस मैनेजमेंट की मीटिंग में तय हुआ था कि सोमवती अमावस्या पर आने वाली भीड़ को रोकना बड़ी चुनौती होगा. इस दिन बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो सकते हैं. क्राइसिस मैनेजमेंट की मीटिंग में लॉकडाउन को 19 अप्रैल बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. सोमवती अमावस्या पर होने वाले नहान भी प्रतिबंध लगा दिए गए हैं सोमती कुंड और केडी पैलेस 52 कुंड पर भी श्रद्धालु को जाने की अनुमति नहीं थी.
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प्रतिबंध के बावजूद भी कुछ लोग पहुंचे
संक्रमण के रोजाना नए रिकॉर्ड टूटने के बाद भी आम लोग मानने को तैयार नहीं है. जिला प्रशासन के प्रतिबंध के बावजूद कुछ लोग अपने परिवार के साथ शिप्रा नदी पर नहान कर डुबकी लगाने पहुंचे. हालांकि उन्हें रोकने टोकने वाला वहां कोई नहीं था .न