सीधी। जिले में मध्य प्रदेश गृह निर्माण विभाग से जमीन लेकर एक गरीब परिवार 1 साल से रजिस्ट्री के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है रकम जमा करने के बाद भी रजिस्ट्री नहीं हो रही है वहीं विभाग दलील दे रहा है सीधी से नहीं बल्कि सिंगरौली से रजिस्ट्री की जाती है.
सीधी में मध्य प्रदेश गृह निर्माण और अधोसंरचना विभाग की एक लापरवाही सामने आई है, जहां लक्ष्मीबाई साकेत उर्फ राजकुमारी साकेत ने 1 साल पहले सीधी में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में प्लॉट लिया. एक लाख 71 हजार रुपये जमा भी कर दिए हैं, बावजूद इसके 1 साल से गरीब परिवार को दर-दर भटकने पर विवश कर दिया गया है. पीड़ित परिवार जब हाउसिंग बोर्ड ऑफिस जाते हैं तो उन्हें कल आना परसों आना कहकर टाल दिया जाता है. पीड़ित महिला ने बताया कि ये कहकर रकम पूरी ले ली गई कि 15 दिन के भीतर आपके प्लॉट की रजिस्ट्री करा दी जाएगी. लेकिन विभाग गरीब परिवार को 1 साल से भटका रहा है. उसे अब तक घर नसीब नहीं हो रहा है वहीं विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि रजिस्ट्री सीधी से नहीं बल्कि सिंगरौली से होती है.
बहर हाल मध्य प्रदेश गृह निर्माण विभाग की पहली लापरवाही नहीं है इसके पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं, बावजूद इसके जिला प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं. जिसकी वजह से गरीबों के पैसे हड़प कर उन्हें भटकने को छोड़ दिया जाता है. देखना होगा कि इस मामले में जिला प्रशासन क्या कोई कार्रवाई को अंजाम देता है.