सीधी। मध्यप्रदेश का अन्नदाता इस वक्त दोहरी मार झेल रहा है. पहले कोरोना के चलते किए गए लॉकडाउन से किसानों को फसल बेचने में खासी परेशानी हुई और अब बेमौसम बारिश और आंधी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी हैं. आज जिले में तेज हवाओं के साथ आई आंधी ने खरीदी केंद्र पर रखी फसल को भिगा दिया.
अचानक हुई बारिश से खरीदी केंद्रों पर बरती जा रही लापरवाही भी उजागर हुई है. बारिश से उपज को बचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए थे, जिसका खामियाजा आज भुगतना पड़ा. खरीदी केंद्र के समिति प्रबंधक एके तिवारी का कहना है कि एक त्रिपाल है, जो गेहूं के बोरों के नीचे बिछा दी गई थी. इसी बीच तेज बारिश ने दस्तक दी और फसल भीग गई.
बहरहाल जिले में पिछले 4 दिनों से शाम होते ही मौसम का मिजाज बदल जाता है और तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो जाती है. बावजूद इसके मंडी समिति कोई सबक नहीं ले रही है. जिसका खामियाजा फसल भिगोकर चुकाना पड़ रहा है ना गेहूं को पानी से बचाने के लिए कोई ठोस कदम उठाए गए, जिसकी वजह से बाहर रखा गेहूं भीग जाता है.
बता दें कि किसानों पर कोरोना का असर दिखाई दे रहा है. खेतों में लगी फसलें सड़ रही है. खरीदी केंद्र तक पहुंचने के लिए किसानों को कई तरह की समस्याएं हो रही हैं. हालांकि सरकार किसानों की समस्याओं को ध्यान में रखकर व्यवस्था कर रही है, लेकिन खरीदी केंद्रों पर बरती जा रही लापरवाही परेशानी का सबब बन रही है.