छतरपुर : छतरपुर जिला स्थित बागेश्वर धाम पर 251 कन्याओं का विवाह के आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. विवाह समारोह में कई देशों की भी हस्तियां आ रही हैं. वहीं सामूहिक कन्या विवाह समारोह से पहले 23 फरवरी को बागेश्वर धाम पर कैंसर हॉस्पिटल का भूमिपूजन किया जाएगा. इस हॉस्पिटल में देश के साथ ही विदेश के डॉक्टर अपनी सेवाएं देंगे. एक जर्मन डॉक्टर ने बागेश्वर धाम पर बनने वाले कैंसर हॉस्पिटल के लिए नौकरी भी छोड़ दी. उन्होंन बागेश्वर धाम के पास जमीन खरीद कर अपना निवास भी बना लिया है. ये डॉक्टर बच्चों के कैंसर के विशेषज्ञ हैं.
पहले चरण में 100 बेड का सर्वसुविधायुक्त हॉस्पिटल
पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बताया "23 फरवरी का दिन छतरपुर जिले के लिए ऐतिहासिक होने वाला है. इस दिन कई साधु-संतों और हस्तियों की उपस्थिति में कैंसर हॉस्पिटल का भूमिपूजन किया जाएगा. पहले चरण में 100 बेड का सर्व सुविधायुक्त अस्पताल बनेगा, जो गरीब मरीजों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं देगा. साथ ही मल्टीस्पेशलिस्ट कैंसर इंस्टीट्यूट का रिसर्च सेंटर और दिव्य हॉस्पिटल का भी निर्माण किया जाएगा. ये 3 साल में बनकर तैयार हो जाएगा. इस हॉस्पिटल में देश के अलावा विदेश के डॉक्टर भी अपनी सेवाएं देंगे."
जर्मन के डॉक्टर ने बागेश्वर धाम में बनाया आशियाना
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बताते हैं "जर्मन के डॉक्टर एंजेल बच्चों के कैंसर स्पेशलिस्ट हैं, एंजेल ने तो अभी से बागेश्वर धाम में डेरा डाल लिया है. जर्मन की सारी प्रॉपर्टी बेचकर बागेश्वर धाम पर जमीन खरीद ली और यहीं अपना आशियाना बना लिया है. कैंसर हॉस्पिटल के लिए विदेश में बसे शरणागत शिष्यों को आमंत्रण देना शुरू कर दिया है. उनकी सेवाएं भी बगेश्वरधाम पर ली जाएंगी. बागेश्वर धाम में बनने वाले हॉस्पिटल में डॉक्टर्स के रहने के लिए भवन भी बनाए जाएंगे."
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बागेश्वर धाम में सामूहिक विवाह समारोह 21 से 26 फरवरी तक
बता दें कि बागेश्वर धाम में इस बार 251 गरीब कन्याओं का विवाह होने वाला है. सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन 22 से 26 फरवरी तक महोत्सव के रूप में चलेगा, जिसमें 108 आदिवासी परिवारों की बेटियों और 140 से अधिक अन्य समाज की कन्याओं के विवाह होंगे. ऊंच-नीच की भावना को मिटाने के लिए 26 फरवरी को सभी दूल्हों को बिना किसी भेदभाव के घोड़े पर बैठाकर सम्मानित किया जाएगा.