शिवपुरी। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में राज्यमंत्री सुरेश धाकड़ राठखेड़ा ने एक बार फिर पूर्व सीएम कमलनाथ को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की है. राज्यमंत्री ने कमलनाथ को कलंक नाथ बताते हुए प्रदेश का कलंक बताया है. बता दें कि इससे पहले भी विकास यात्रा के दौरान राज्यमंत्री सुरेश धाकड़ राठखेड़ा ने पूर्व सीएम कमलनाथ को पापी बताया था. राज्यमंत्री ने ये टिप्पणी पोहरी विधानसभा क्षेत्र में की है.
बीजेपी की विकास यात्रा में मंत्री राठखेड़ा के बिगड़े बोल, कमलनाथ को कहा पापी
विकास यात्रा के मंच से की अमर्यादित टिप्पणी: पोहरी विधानसभा क्षेत्र में निकाली जा रही बीजेपी की विकास यात्रा के दौरान शनिवार की रात खरवाया गांव में राज्यमंत्री सुरेश धाकड़ राठखेड़ा ने मंच से भाषण देते हुए पूर्व सीएम कमलनाथ को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की है. उन्होंने पूर्व सीएम कमलनाथ को कलंक नाथ बताते हुए प्रदेश का कलंक बताया है. उन्होंने कहा कि 15 साल बाद कांग्रेस की सरकार आई और इस मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ बने लेकिन वह कमलनाथ नहीं. कलंकनाथ थे, वह मध्यप्रदेश के नाम पर कलंक थे. राज्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ ने किसानों का 2 लाख तक का कर्जा माफ करने का वादा कर सरकार बनाई, लेकिन किसी भी किसान का 2 लाख तो छोड़िए 50 हजार का कर्ज माफ नहीं किया.
पीएम मोदी और सीएम शिवराज को बताया समुद्र: विकास यात्रा के मंच से भाषण देते हुए राज्यमंत्री सुरेश धाकड़ राठखेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह को समुद्र बताया. उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनावों में एक बार फिर हाथी वाले और पंजे वाले आपके गांव में आएंगे, लेकिन आप लोग अब इनके झांसे में मत आना.
अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं राठखेड़ा: पूर्व सीएम कमलनाथ पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले सुरेश धाकड़ राठखेड़ा वर्ष 2018 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे. बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में आ गए. बीजेपी ने उपचुनाव में टिकट दिया और यहां से चुनाव जीते. वर्तमान में शिवराज सरकार में सुरेश धाकड़ राठखेड़ा पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक रांठखेड़ा अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं.कमलनाथ सरकार के दौरान भी सुरेश रांठखेड़ा ने कई बार खुद को ज्योतिरादित्य का भक्त बताया था. इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में कई बार बयानबाजी भी की थी.