सागर। नगरीय निकाय चुनाव की रंजिश के चलते भाजपा नेता और उनके परिजनों द्वारा मिलकर एक युवक की जीप से कुचलकर हत्या करने के बाद सियासत जमकर चल रही है, लेकिन इस घटनाक्रम का मुख्य साजिशकर्ता बीजेपी नेता मिश्रीचंद्र गुप्ता अपने दो भाइयों सहित अभी फरार है. वारदात को 10 दिन से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन 8 आरोपियों में से पुलिस अब तक सिर्फ 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर पाई है. दूसरी तरफ सत्ताधारी दल बीजेपी और कांग्रेस इस मामले में जमकर सियासत कर रहे हैं. चुनावी साल में दोनों दलों को अपने वोट बैंक की चिंता सता रही है. मृतक के घर रोजाना सियासी दलों के नेता का पहुंचने का सिलसिला जारी है. आरोपी पर सख्त कार्रवाई और उसकी अवैध संपत्ति बुलडोजर द्वारा हटाए जाने के साथ-साथ पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए की मदद की मांग कर रहा है.
क्या है मामला: दरअसल पिछले दिनों हुए नगरीय निकाय चुनाव में सागर के उपनगरीय क्षेत्र मकरोनिया नगर पालिका परिषद के चुनाव में भाजपा नेता मिश्रीचंद गुप्ता की पत्नी वार्ड पार्षद का चुनाव भाजपा से लड़ी थी, लेकिन त्रिकोणीय संघर्ष में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा. इसी रंजिश को लेकर 22 दिसंबर 2022 को मिश्रीचंद गुप्ता, उसके भाइयों और भतीजों ने चुनावी रंजिश को लेकर मकरोनिया चौराहे पर प्रकाश डेरी पर हमला बोल दिया. साथियों द्वारा फोन करने पर और लोग मौके पर पहुंच गए. जहां उन्होंने करीब आधे घंटे तक उत्पात मचाया. जगदीश यादव नाम के युवक पर थार जीप चढ़ा दी. जिससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं युवक के परिजनों और रिश्तेदारों ने मकरोनिया चौराहे पर शव रखकर चक्का जाम किया. मृतक के परिजनों और रिश्तेदारों की मांग थी कि जिस तरह से अन्य मामलों में सरकार आरोपियों के घर और दुकान और अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई करती है, उसी तरह भाजपा नेता की अवैध होटल पर कार्रवाई की जाए.
सरकार को न्याय से ज्यादा वोट बैंक की चिंता: हत्या की इस वारदात में सियासत जिस तरह से जोर पकड़ रही है. उससे साफ है कि सियासी दलों को पीड़ित परिवार को न्याय मिले और आरोपी जल्द गिरफ्तार हो, इसकी चिंता कम है. बल्कि यादव वोट बैंक की चिंता ज्यादा सता रही है. दरअसल सागर शहर सहित पूरे जिले और बुंदेलखंड इलाके में यादव मतदाता काफी संख्या में हैं. यादव वोट बैंक को साधने के लिए विपक्ष हमलावर है, सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और कांग्रेस द्वारा आयोजित धरने में हिस्सा लिया. उन्होंने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि आरोपी भाजपा नेता को स्थानीय विधायक और मंत्री भूपेंद्र सिंह का संरक्षण प्राप्त है. तो वहीं सत्ताधारी दल के नेता भी पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं. मंत्री भूपेंद्र सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव सहित कई नेताओं ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की.
भाजपा की पिछड़ा वर्ग को एकजुट करने की मुहिम को झटका: भाजपा नेता द्वारा जगदीश यादव की जीप से कुचलकर हत्या के मामले में भाजपा को 2023 चुनाव के मद्देनजर पिछड़ा वर्ग की सियासत की चिंता ज्यादा सता रही है. भाजपा की तरफ से पिछड़ा वर्ग को एकजुट करने की अगुवाई कर रहे मंत्री भूपेंद्र सिंह जहां पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की बात कर रहे हैं और अपनी पार्टी के आरोपी नेता को माफिया बता रहे हैं, तो वहीं उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव सख्त से सख्त कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं. सियासी जानकारों की मानें तो वारदात से भाजपा की पिछड़ा वर्ग की जातियों को एकजुट करने की मुहिम को करारा झटका लगा है. यादव मतदाता बुंदेलखंड ही नहीं, प्रदेश के सभी इलाकों में काफी संख्या में हैं और कई सीटों पर निर्णायक स्थिति में हैं. अगर यादव वोट बैंक भाजपा से नाराज होता है, तो 2023 चुनाव में भाजपा को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा.