सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की बदहाली का मुद्दा आज विधानसभा में जमकर गूंजा. इस कॉलेज में हृदय रोगियों के इलाज की व्यवस्था नहीं होने सहित कई सारे विभाग का न होना मरिजों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. इस मुद्दे को विधायक शैलेंद्र जैन ने विधानसभा में जोर-शोर से उठाया. उन्होंने कहा कि सुपर-स्पेशियलिटी सुविधाओं के अभाव में बुंदेलखंड के लोग इलाज के लिए दर-बदर भटक रहे है.
ध्यानाकर्षण के माध्यम से उठाया बीएमसी की बदहाली का मामला
विधायक शैलेंद्र जैन ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण के माध्यम से बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में सुपर-स्पेशियलिटी सेवाएं शुरू करने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि सागर संभागीय मुख्यालय पर स्थित बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में रोजाना हजारों की संख्या में मरीज आते हैं, लेकिन सुपर-स्पेशियलिटी सुविधाओं के अभाव में जैसे कार्डियोलॉजी, कार्डियो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, गैस्ट्रोलॉजी, गैस्ट्रो सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी जैसे महत्वपूर्ण विभाग न होने के कारण बुंदेलखंड के लोगों को समुचित इलाज नहीं मिल पाता है. इससे मरीज और उनके परिवारवालों को आर्थिक और मानसिक परेशानियां झेलनी पड़ती हैं.
विधायक ने कहा- 11 साल में भी नहीं सुधरे हालात
विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की स्थापना को 11 वर्ष बीत चुके है, लेकिन अभी तक सुपर-स्पेशियलिटी सेवाओं के अभाव में सिर्फ प्राथमिक उपचार ही मिल पा रहे हैं. प्राथमिक तौर पर हृदय रोग के इलाज के लिए कैथ लैब प्रारंभ किया जाए. साथ ही मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक को विधिवत चालू किया जाए. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज को मेडिसन और सर्जरी विभाग की पीजी की मान्यता मिलनी चाहिए, जो 44 असिस्टेंट प्रोफेसरों की कमी के कारण नहीं हो पा रही है.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने दिया सुधार का आश्वासन
विधायक के ध्यानाकर्षण पर जवाब देते हुए चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में जल्द ब्लड बैंक को प्रारंभ किया जायेगा. मेडिसन और सर्जरी में पीजी क्लास का हमने प्रस्ताव भेजा है. वहीं डॉक्टरों की कमी को भी दूर किया जाएगा.