सागर। रामभक्त हनुमानजी की जयंती पूरे देश में धूमधाम से मनाई जा रही है. अंजनी पुत्र हनुमान के भक्त अपनी श्रद्धा और भक्ति के अनुसार तरह-तरह से हनुमान लला की जयंती मना रहे हैं. इसी कड़ी में सागर के मकरोनिया उप नगर क्षेत्र में राम दरबार मंदिर में हनुमान लला की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. राम दरबार मंदिर की हनुमान जयंती के आयोजन में विशेष आकर्षण यह रहा कि हनुमान जी को 2 किलो चांदी के वस्त्र धारण कराए गए, फिर सवा क्विंटल के शुद्ध घी के लड्डू से उन्हें भोग लगाया गया. इसके पहले सुबह 8 बजे प्रभात फेरी निकाली गई. पूरा शहर बजरंगबली के जयकारों से गूंज उठा.
चांदी के वस्त्र और सवा क्विंटल लड्डू का भोग: हनुमान जयंती के अवसर पर मकरोनिया उपनगर में हनुमानजी की जयंती धूमधाम से मनाई गई. श्री राम दरबार मंदिर में पिछले एक हफ्ते से हनुमान जयंती की तैयारियां चल रही थी, क्योंकि मंदिर समिति ने निर्णय लिया था कि हनुमान जयंती के अवसर पर भगवान को विशेष भोग लगाया जाएगा. समिति द्वारा तय किया गया कि धार्मिक कार्यों में "सवा" का विशेष महत्व होता है. इसलिए जो भी कार्य किया जाए, वह सवा किया जाए. समिति ने निर्णय किया कि हनुमान लला के लिए सवा क्विंटल के शुद्ध घी के लड्डू का भोग लगाया जाएगा. जिसकी तैयारियां एक हफ्ते पहले से शुरू हो गई थी. हनुमान जयंती के अवसर पर आज सुबह 2 किलो चांदी से बने वस्त्र हनुमान जी को धारण कराए गए, फिर विधि विधान से उनकी पूजा-अर्चना के बाद उन्हें सवा क्विंटल के लड्डू का भोग लगाया गया.
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क्या कहना है पुजारी का: श्री राम दरबार मंदिर के पुजारी पंडित केशव गिरी महाराज का कहना है कि भगवान हनुमान की जयंती के अवसर पर हम लोगों ने फैसला लिया था कि इस बार विशेष रूप से हनुमान जयंती मनाई जाएगी. उन्होंने बताया कि सनातन संस्कृति में सवा का विशेष महत्व होता है. चाहे दान-पुण्य हो या फिर पूजा-अर्चना का संकल्प हो, सनातन संस्कृति में सभा का विशेष महत्व है. इसलिए मंदिर समिति ने निर्णय लिया कि हनुमान लला को हनुमान जयंती के अवसर पर सवा क्विंटल के शुद्ध घी के लड्डू का भोग लगाया जाएगा. वहीं अभिषेक गौर ने बताया कि उनके पिता स्वर्गीय वीरेंद्र गौर की प्रेरणा से हनुमान भक्त महेंद्र गोस्वामी ने करीब 2 किलो की चांदी के वस्त्र भगवान हनुमान के लिए निर्मित कराए थे. जो हनुमान जयंती के अवसर पर विशेष रूप से पहनाए जाते हैं, फिर हनुमान जयंती मनाई जाती है.