चेन्नई: तमिलनाडु में राजनीतिक सरगर्मी तेज है, तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) के प्रमुख विजय ने राज्य सरकार पर चुनाव के दौरान झूठे वादे करके लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया है. यह विवाद राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) को लेकर है, जिसने तमिलनाडु में वर्षों से राजनीतिक तूफान पैदा किया हुआ है.
विजय ने आरोप लगाया कि सरकार NEET परीक्षा को रद्द न करने के पीछे की सच्चाई जानती है, लेकिन चुनाव जीतने के बाद भी वे लोगों को धोखा दे रही है. उनकी तीखी टिप्पणी शुक्रवार को तमिलनाडु विधानसभा में NEET परीक्षा को लेकर हुई बहस के बाद आई है, जिससे इस मामले पर फिर से बहस छिड़ गई है.
विपक्षी नेता और AIADMK के नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने इस मुद्दे को उठाया और सरकार से NEET परीक्षा को लेकर उनके रुख पर सवाल किया. उन्होंने याद दिलाया कि DMK ने अपने चुनावी घोषणापत्र में वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वे NEET परीक्षा रद्द कर देंगे. पलानीस्वामी ने पूछा, "चार साल बाद भी DMK सरकार ने NEET परीक्षा रद्द करने के लिए कदम नहीं उठाए हैं. क्या ऐसे कोई कदम उठाए जाएंगे?"
जवाब में, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कांग्रेस पार्टी के साथ DMK के राजनीतिक गठजोड़ को इस मुद्दे पर एक बाधा के रूप में पेश किया. स्टालिन ने कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी ने संसदीय चुनाव जीते होते तो NEET परीक्षा रद्द कर दी जाती. उन्होंने वर्तमान में केंद्र में सत्ताधारी दल AIADMK समर्थित भाजपा पर NEET परीक्षा जारी रखने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अगर INDIA गठबंधन सत्ता में आता है तो NEET परीक्षा को रद्द कर दिया जाएगा.
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