सागर। जिले की रहली विधानसभा के गढ़ाकोटा में शनिवार शाम पहुंची कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति पटेल और उनके साथियों पर गोपाल भार्गव के समर्थकों द्वारा किए गए हमले और वाहनों में की गई तोड़फोड़ के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह राजनगर से रविवार रात सीधे गढ़ाकोटा पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लेने के बाद रात गढ़ाकोटा में ही रुके. सोमवार सुबह उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली और घटना के बाद गढ़ाकोटा थाने पहुंचकर मामले में की गई कार्रवाई की जानकारी ली.
वाहनों में तोड़फोड़ : दरअसल, शुक्रवार को हुए मतदान के बाद शनिवार को कांग्रेस की प्रत्याशी ज्योति पटेल अपने कुछ समर्थकों के साथ रहली विधानसभा के गढ़ाकोटा कस्बे में अपने सहयोगियों से मिलने के लिए पहुंची थी. जब वह गढ़ाकोटा के ललिपुर में अपने सहयोगी अर्जुन सिंह यादव के घर पहुंची तो उनके घर के बाहर गाड़ियों पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया और ज्योति पटेल के साथियों के साथ मारपीट की, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं. इस घटना को लेकर जहां कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति पटेल का आरोप है कि गोपाल भार्गव उनके भाई श्री राम भार्गव और उनके बेटे अभिषेक भार्गव ने उन पर हमला कराया है.
कांग्रेस की शिकायतों पर गौर नहीं : पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में अनेक विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की तरफ से अनेक अधिकारी, कर्मचारी, पुलिस की शिकायत की गई थी कि ये कर्मचारी बहुत दिनों से पदस्थ हैं. भाजपा एक पक्ष में काम कर रहे हैं. रहली विधानसभा में हमारे पदाधिकारी ने 20 से 21 शासकीय कर्मचारियों की शिकायत की थी. इसमें सिर्फ दो लोग निलंबित हुए. ऐसी ही शिकायत हमारे राजनगर विधायक ने भी की. यहां मुझे जानकारी लगी है कि चार लोगों को पकड़ा गया है, जो घटना में शामिल ही नहीं थे.
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झूठे प्रकरण बनाए : दिग्विजय सिंह ने कहा कि पूरे केस को रफादफा करने की कोशिश की जा रही है. मैं इस बात से बहुत दुखी हूं कि गढ़ाकोटा गोपाल भार्गव का गृह नगर है. यहां मुझे जिस तरह की शिकायत मिल रही है. मेरे लिए ये चौंकाने वाला है. झूठे प्रकरण बनाए रहे जा रहे हैं. वहीं, मंत्री गोपाल भार्गव का आरोप है कि कांग्रेस प्रत्याशी और उनके साथ ही वाहनों में हथियार और बारूद लेकर उनकी हत्या करने के लिए पहुंचे थे. इसलिए यह घटनाक्रम सामने आया है.