इंदौर: मध्य प्रदेश सरकार बहुत जल्द धार्मिक स्थलों पर शराबबंदी की तैयारी में जुटी है. मोहन यादव सरकार के फैसले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कुछ सलाह दी है. दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को इंदौर में कहा "सरकार धार्मिक स्थलों पर शराबबंदी तो कर रही है लेकिन यह याद रखना चाहिए कि जिन राज्यों में पूरी तरीके से शराबबंदी है वहीं पर शराब पीने की सबसे अच्छी व्यवस्था है."
गुजरात और बिहार में शराबबंदी के बाद भी फर्क नहीं
दिग्विजय सिंह ने गुजरात और बिहार का जिक्र करते हुए कहा "ऐसे राज्यों में शराब के साथ शराब के साथ इस्तेमाल किए जाने वाले सामान की भी सुविधाजनक होम डिलीवरी है. धार्मिक स्थलों पर शराबबंदी होना चाहिए लेकिन स्मैक बिक्री जुआ सट्टा ना चले, इसका भी खास ध्यान रखना चाहिए. भाजपा के ठेकेदार और रिश्तेदार जो इस काम में लिप्त हैं उन्हें भी इस बारे में जरूर सोचना चाहिए."
भारत में वन नेशन वन इलेक्शन संभव नहीं
दिग्विजय सिंह ने इंदौर प्रेस क्लब में मीडिया से चर्चा करते हुए वन नेशन वन इलेक्शन के सवाल पर कहा "भारत जैसे लोकतंत्र में वन नेशन वन इलेक्शन फिलहाल संभव नहीं है, क्योंकि जनता सरकार 5 साल के लिए चुनती है. यदि बहुमत खत्म होने पर मध्य में इलेक्शन होते हैं तो ऐसी स्थिति में क्या होगा. यही वजह है कि फिलहाल वन नेशन वन इलेक्शन जैसी अवधारणा भारत में संभव नहीं दिखती." उन्होंने परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कहा "मध्य प्रदेश में जिन लोगों पर भ्रष्टाचार के मामले चल रहे हैं, जांच भी सरकार ने उन्हें ही सौंप रखी है."
बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार की खुली छूट
दिग्विजय सिंह ने केंद्र में 2G और 3G घोटाले का जिक्र करते हुए कहा "हमारी सरकार में हमने मंत्रियों तक को जेल भिजवा दिया था, लेकिन मोदी सरकार में किसी एक व्यक्ति को जेल भिजवाया गया हो तो आप बताइए. मोदी सरकार भ्रष्टाचार करने वालों को खुला संरक्षण दे रही है. यही स्थिति मध्य प्रदेश में है और इंदौर जैसे शहरों में भी है."
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मध्य प्रदेश में इन स्थानों पर शराबबंदी की तैयारी
शराबबंदी की घोषणा के बाद मध्य प्रदेश के आगामी बजट सत्र में इसका प्रस्ताव रखा जाएगा. जिन 17 धार्मिक शहरों में सरकार शराबबंदी करेगी, उनके लिए आबकारी नीति में संशोधन होगा. इसके बाद नए वित्तीय वर्ष यानी 1 अप्रैल से ये व्यवस्था लागू होगी.
- चित्रकूट (धार्मिक नगरी, भगवान राम ने वनवास का समय यहां बिताया)
- मैहर (मां शारदा का प्रसिद्ध मंदिर)
- दतिया (पीतांबरा माता मंदिर)
- सलकनपुर (प्रसिद्ध देवी मंदिर)
- ओरछा (रामराजा सरकार का मंदिर)
- ओंकारेश्वर ( ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग)
- उज्जैन (महाकालेश्वर मंदिर)
- अमरकंटक (नर्मदा उद्गम स्थल)
- मंडला (नर्मदा के प्रसिद्ध घाट)
- महेश्वर (कई प्राचीन मंदिर)
- मुलताई (ताप्ती उद्गम स्थल)
- जबलपुर (प्राचीन नगरी, नर्मदा घाट के लिए प्रसिद्ध)
- नलखेड़ा (मां बगुलामुखी मंदिर)
- मंदसौर (भगवान पशुपतिनाथ मंदिर)
- बरमान घाट और मंडेलश्वर (नर्मदा के प्रसिद्ध घाट)
- पन्ना (जुगलकिशोर भगवान का प्राचीन मंदिर)
- भोजपुर (महादेव का प्राचीन मंदिर)