रीवा: शहर के सिविल लाइन थाने में पुलिस अभिरक्षा में हुई महिला की मौत के मामले में थाने में ही पदस्थ तीन पुलिस कर्मियों को न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेज दिया गया. मामले में दो पुरुष हेड कांस्टेबल और एक महिला आरक्षक को आरोपी बनाया गया है. पुलिस कर्मियों पर आरोप था की दो वर्ष पूर्व चोरी के आरोप में एक महिला को सिविल लाइन थाने लाया गया. आरोप है कि आरोपी बनाए गए तीनों पुलिस कर्मियों ने महिला के साथ जमकर मारपीट की. जिससे उसकी हालत बिगड़ गई, बाद में जब उसे अस्पताल ले जाया गया, तब डॉक्टरों ने जांच करते हुए उसे मृत घोषित कर दिया था. जिसके बाद मृतका के परिजनों ने थाने पहुंचकर जमकर हंगामा किया था.
2023 में पुलिस अभिरक्षा में हुई थी महिला की मौत
दरअसल, घटना 2 साल पुरानी है. राजकली केवट उर्फ जग्गू जिला सीधी मौरा गांव की निवासी थी. वह रीवा में रहकर प्रतीक्षा सिंह सेंगर के यहां खाना पकाने का काम करती थी. घटना दिनांक के कुछ दिनों पूर्व राजकली के मालिक ने चोरी के संदेह पर सिविल लाइन थाने में उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी. जिसके बाद चोरी की शिकायत प्राप्त करने के बाद महिला राजकली को थाने लेकर आई. घटना को लेकर पुलिस ने महिला से पूछताछ की. इसके बाद देर रात अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और आनन-फानन में पुलिसकर्मियों द्वारा ही उसे अस्पताल पहुंचाया गया था.
पूछताछ के लिऐ थाने लाई गई थीं राजकली केवट
अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद परिजनों ने पुलिस पर मारपीट के आरोप लगाते हुए सिविल लाइन थाने के बाहर जमकर हंगामा मचाया था. परिजनों का कहना है कि मृतका के शरीर में चोट के कई निशान थे. सिविल लाइन थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए परिजनों ने कड़ी कार्रवाई की मांग भी की थी.
मामले में पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह का कहना था की "महिला को चोरी के मामले में पूछताछ के लिए सिविल लाइन थाने लाया गया था. देर रात अचानक महिला की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना को लेकर न्यायिक जांच के आदेश दिए गए. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
मालकिन प्रतीक्षा सिंह भी बनी थी आरोपी
पूरे मामले में जांच शुरू हुई, जिसके बाद जनकारी मिली की चोरी का आरोप लगाते हुए मृतका राजकली की मालकिन प्रतीक्षा सिंह को भी दोषी पाया गया था. प्रतीक्षा सिंह पर चोरी की घटना पर पूछताछ करते हुए राजकली के साथ मारपीट करने आरोप लगे थे. जिसके बाद प्रतीक्षा सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया लेकिन प्रतीक्षा सिंह ने अग्रिम जमानत ले ली. इस दौरान न्यायिक जांच पूरी हुई और सिविल लाइन थाने में पदस्थ तीन पुलिस कर्मी हेड कांस्टेबल विवेक सिंह, हेड कांस्टेबल कौशलेंद्र सिंह, आरक्षक खुशबू सिंह आरोपी बनाए गए. गुरुवार को तीनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश करते हुए उन्हें जेल भेज दिया गया.
अधिवक्ता राजीव परिहार ने दी जानकारी
मामले में पुलिसकर्मियों की और से पैरवी कर रहे अधिवक्ता राजीव सिंह परिहार का कहना है कि "वर्ष 2023 में रीवा शहर के सिविल लाइन थाने परिसर के अंदर महिला राजकली केवट के मौत के संबंध तीन पुलिस कर्मियों के विरुद्ध धारा 302, 330, 331, मामला दर्ज किया गया था. अधिवक्ता का कहना है कि राजकली केवट के परिजनों की तरफ से आरोप था कि महिला को थाने के अंदर पुलिस कर्मियों के द्वारा प्रताड़ित किया गया. इसी कारण से उसके सिर में गंभीर चोटें आई थी.
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इसी वजह से उसकी मौत हो गई थी. इस मामले में राजकली की मालकिन भी आरोपी बनी थी. जिनकी अग्रिम जमानत हो चुकी थी. इसके साथ ही तीन पुलिस कर्मियों पर जो अपराध दर्ज था. उनकी गिरफ्तारी हुई है और उन्हें न्यायालय ने जेल भेज दिया है."