भिंड: चंबल अंचल के भिंड में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर तेजी से काम किया जा रहा है. हर घर तक शुद्ध पेयजल के लिए जलवर्धन योजना के तहत पाइपलाइन बिछाई जा रही हैं. लेकिन जिले के गोहद में पाइपलाइन खुदाई के दौरान खजाना निकल आया. असल में गोहद नगर में पेयजल की व्यवस्था करने पाइपलाइन खुदाई का कार्य कराया जा रहा है. इसी क्रम में गुरुवार शाम नगर के वार्ड क्रमांक 10 नया बाजार में पाइपलाइन बिछाने के लिए मजदूर खुदाई का काम कर रहे थे. तभी खजाना निकल आया.
खुदाई के बीच निकली थी मिट्टी की मटकी
खुदाई के बीच अचानक जमीन से एक मिट्टी का कलश निकला. जब मजदूर इसे देख रहे थे तभी रामकुमार गुर्जर नाम का एक स्थानीय शख्स मजदूरों से वह मटकी लेकर रफ्फू चक्कर हो गया. जब यह बात नगरवासियों को पता चली तो तुरंत जानकारी पुलिस तक भी पहुंचाई गयी. जिसके बाद गोहद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर ठेकेदार से पूछताछ की और रामकुमार गुर्जर को ढूंढकर उससे मटका बरामद किया गया.
मटकी से निकले 500 साल पुराने 113 चांदी के सिक्के
गोहद पुलिस थाने के थाना प्रभारी मनीष धाकड़ ने बताया कि, ''खुदाई के दौरान मिली मटकी में चांदी के 113 सिक्के (मुहरें) मिले हैं, जो मुगलकालीन बताए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि ये चांदी की मुहरें करीब 500 साल पुरानी और मुगल शासक अकबर के समय की हैं. जिनपर फारसी में कुछ लिखा हुआ है.''
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पुरातत्व विभाग को दी गई सूचना
थाना प्रभारी मनीष धाकड़ ने बताया कि, ''खुदाई में मिले सभी सिक्कों को बरामद कर लिया गया है और उनके संबंध में पुरातत्व विभाग को भी जानकारी दे दी गई है. साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस बारे सूचित कर दिया गया है. स्थानीय एसडीएम भी मौके पर पहुंचे थे. जिनके सामने इन प्राचीन सिक्कों को सुरक्षित रखवा दिया गया है.''