पन्ना: टाइगर रिजर्व में बीते 2 माह में बाघ के हमले का दूसरा मामला सामने आया है, जहां बफर जोन की सीमा से लगे जंगल में बाघ ने एक महिला पर हमला कर दिया. मौके पर मौजूद अन्य लोगों ने बड़ी मुश्किल से महिला की जान बचाई. परिजनों ने वन विभाग के अधिकारियों को घटना की सूचना दी. जिसके बाद पीड़ित को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत अब स्थिर है.
साथियों की सूझबूझ से बची महिला की जान
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को विक्रमपुर गांव के सुरई नाला इलाके में 30 वर्षीय आशा पाल कई महिलाओं के साथ बकरी चराने गई थी. अचानक बाघ ने झाड़ियों से निकलकर आशा पाल पर हमला कर दिया. हालांकि, साथी महिलाओं के हल्ला करने और पत्थर फेंकने से बाघ महिला को छोड़कर जंगल में भाग गया. हमले में महिला के पीठ हाथ और कंधे में गंभीर जख्म हो गए हैं. महिला को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया. जहां से पीड़ित को जिला अस्पताल में रेफर किया गया है.
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रेंजर रोहित पुरोहित ने कहा, " बाघ के हमले में महिला के कंधे और कमर में चोट है. विश्रामपुर बीट के रामगढ़ में यह घटना हुई है. महिला को तुरंत उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है. अग्रिम कार्रवाई की जा रही है."
कुछ दिनों में हमले में हुई बढ़ोतरी
बीते कुछ समय से बाघों के द्वारा ग्रामीणों पर हमले के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. हिनौता रेंज में एक महिला पर बाघ ने हमला कर दिया था, जिसमें उसकी मौत हो गई थी. विक्रमपुर बांधी क्षेत्र में 1 महीने के अंदर दो लोगों पर हमला हो चुका है.