पन्ना। भारतीय स्टेट बैंक की शाखा ककरहटी में इन दिनों लापरवाही का आलम देखने को मिल रहा है. इस बैंक में दलाली और चापलूसी की सारी हदे पार हो चुकी हैं वहीं इस बैंक की शाखा ने अपनी दबंग कार्यशैली से एक नई पहचान बनाई है. सीनियर सिटीजन और 80 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों को लापरवाही के चलते बीते 2 महीने की पेंशन नहीं मिल पा रही है. दूर दराज से अपने परिजनों के साथ बैंक पहुंचने वाले सीनियर सिटीजन को कोरोना संक्रमण के दौरान भी घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है, जो उनके लिए परेशानी का सबब बन रहा है.
ऐसी हालत में पेट भरने के लिए उनकी जीवन भर की कमाई का पैसा जो उन्हें हर माह की पहली तारीख को मिलना चाहिए, वो बीते दो महिनों से उन्हें नहीं मिल पा रहा है. जब भी लोग अपनी पेंशन लेने बैंक पहुंचते हैं तो बैंक प्रबंधक का अता पता नहीं रहता है, चैनल गेट के बाहर बिना यूनिफार्म के बैठा दलाल खुद को साहब बोलता है और वृद्ध, बुजुर्ग लोगों को बाहर से ही भगा देता है. वहीं बैंक पहुंचने वाले लोग जब प्रबंधक के बारे में पूछते हैं तो बहाने बनाकर लौटा देता है.
2 महीनों से कई लोगों को पेंशन नहीं मिल पा रही है, बुजुर्गों को कोरोना काल में भी अपनी पेंशन लेने के लिए बैंक आना पड़ रहा है. उनके पेट भरने का एक मात्र सहारा भी इन्हें नहीं मिल पा रहा है, जब इस सवाल का जवाब कई अधिकारियों से किया गया तो उन्होंने मौन धारण कर लिया. स्टेट बैंक प्रबंधन की घोर लापरवाही के कारण बुजुर्गों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, इस मामले में पेंशनधारियों ने कलेक्टर से गुजारिश की है कि वह खुद भारतीय स्टेट बैंक की शाखा ककरहटी में आकर देखें की आखिर कितने लोगों को पेंशन नहीं मिली है.
इस मामले में पन्ना एसडीएम शेर सिंह मीणा का कहना है कि मामले शिकायत भिजवा दीजिए रीजनल बैंकों को इसके बारे में लिखेंगे कि आखिर कितने लोगों को पेंशन नहीं मिली है. साथ ही देवेंद्रनगर तहसीलदार दिव्या जैन ने कहा है कि जिन्हें पेंशन नहीं मिली है, उन्हें हमारे पास भिजवा दीजिए ताकि वह इस मामलें में नायब तहसीलदार से जांच करवा सकें.