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शराब कांड: ग्रामीणों ने शव रखकर किया चक्काजाम, CM पर लगाए ये आरोप - 21 killed in liquor case

मुरैना में जहरीली शराब पीने से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं. पुलिस ने फरार आरोपियों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया. जबकि सीएम शिवराज ने एसपी, कलेक्टर को हटा दिया है जबकि एसडीओपी को निलंबित कर दिया है.

Carcass jam
शव रखकर चक्काजाम
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Published : Jan 13, 2021, 11:24 PM IST

मुरैना। जहरीली शराब पीने से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अब तक 15 से 20 लोग अलग-अलग जगहों पर इलाजरत हैं. इन मौतों से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, इसी के चलते आज ग्रामीणों ने दोपहर से ही छैरा गांव पर 4 मृतकों के शव रखकर जाम लगा दिया. ग्रामीणों के अनुसार पुलिस ग्रामीणों की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. वहीं ग्रामीणों की मांग है कि छैरा गांव में पुलिस चौकी रखी जाए, जिससे की यहां पर होने वाले अवैध जुआ और शराब बनाने की फैक्ट्री संचालित ना हो सके. इसके साथ ही ग्रामीणों ने प्रदेश की मुख्यमंत्री पर भी जमकर आरोप लगाए हैं. वहीं पुलिस के अनुसार ग्रामीणों के बताए गए नामजद आरोपियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है, जिनमें से 2 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और बाकियों की तलाश जारी है.

ग्रामीणों ने शव रखकर किया चक्काजाम

43 मौतें, जिम्मेदार कौन? खोज जारी… मुरैना शराब कांड के आरोपियों पर इनाम घोषित

मौत का सिलसिला

इस घटनाक्रम में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला सोमवार दोपहर से शुरू होकर और मंगलवार देर रात तक चला जिसमें 16 लोगों की जान चली गई थी. इसके बाद मुरैना जिला अस्पताल में चार लोगों ने दम तोड़ दिया. कल देर शाम ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में इलाज के दौरान रामजी लाल राठौड़, कमल किरार, जितेंद्र किरार और दीपेश किरार की मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने मृतकों के शवों को रखकर मुरैना-जौरा रोड पर छैरा गांव के नजदीक जाम लगा दिया.

Villagers did a check-up by keeping the dead body
ग्रामीणों ने शव रखकर किया चक्काजाम

बगचीनी थाने के स्टाफ को हटाने की की मांग

ग्रामीणों की मांग है कि छैरा गांव की सरकारी शराब दुकान बंद होनी चाहिए. क्षेत्र में पुलिस चौकी बनाई जाए और उन शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए जिन को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है. इसके साथ ही बगचीनी थाने के पूरा स्टाफ को हटाने की ग्रामीणों ने मांग की है. ग्रामीणों का आरोप है कि थाना का स्टाफ बिका हुआ है. वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि शिवराज सिंह का हाथ शराब माफियाओं के ऊपर है. सीएम शिवराज सिंह जिनके यहां नाश्ता पानी कर गए हो, उनके खिलाफ कार्रवाई कैसे होगी. ग्रामीणों के मुताबिक शराब माफिया कह रहे हैं कि ऐसे ही शराब बेचेंगे क्योंकि शिवराज का हाथ हमारे ऊपर है, तुम क्या करोंगे. अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को मांगे पूरा करने का आश्वासन देने के बाद देर शाम 4 घंटे बाद जाम खोला गया.

Villagers did a check-up by keeping the dead body
ग्रामीणों ने शव रखकर किया चक्काजाम

नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

एएसपी हंसराज सिंह के मुताबिक जो भी नाम ग्रामीणों ने बताएं है उनके खिलाफ पुलिस ने नामजद मामला दर्ज कर लिया गया है. इसके साथ ही उनके सभी ठिकानों पर कार्रवाई जारी है. जहां पर जो भी सामान मिल रहा है उसकी जब्ती पुलिस द्वारा की जा रही है. पुलिस प्रशासन और आबकारी की टीम मौके पर मौजूद है जो लगातार कार्रवाई कर रही है. वहीं जब्त शराब के सैंपल भी लैब में जांच के लिए भेजें जाएंगे.

मुरैना। जहरीली शराब पीने से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अब तक 15 से 20 लोग अलग-अलग जगहों पर इलाजरत हैं. इन मौतों से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, इसी के चलते आज ग्रामीणों ने दोपहर से ही छैरा गांव पर 4 मृतकों के शव रखकर जाम लगा दिया. ग्रामीणों के अनुसार पुलिस ग्रामीणों की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. वहीं ग्रामीणों की मांग है कि छैरा गांव में पुलिस चौकी रखी जाए, जिससे की यहां पर होने वाले अवैध जुआ और शराब बनाने की फैक्ट्री संचालित ना हो सके. इसके साथ ही ग्रामीणों ने प्रदेश की मुख्यमंत्री पर भी जमकर आरोप लगाए हैं. वहीं पुलिस के अनुसार ग्रामीणों के बताए गए नामजद आरोपियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है, जिनमें से 2 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और बाकियों की तलाश जारी है.

ग्रामीणों ने शव रखकर किया चक्काजाम

43 मौतें, जिम्मेदार कौन? खोज जारी… मुरैना शराब कांड के आरोपियों पर इनाम घोषित

मौत का सिलसिला

इस घटनाक्रम में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला सोमवार दोपहर से शुरू होकर और मंगलवार देर रात तक चला जिसमें 16 लोगों की जान चली गई थी. इसके बाद मुरैना जिला अस्पताल में चार लोगों ने दम तोड़ दिया. कल देर शाम ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में इलाज के दौरान रामजी लाल राठौड़, कमल किरार, जितेंद्र किरार और दीपेश किरार की मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने मृतकों के शवों को रखकर मुरैना-जौरा रोड पर छैरा गांव के नजदीक जाम लगा दिया.

Villagers did a check-up by keeping the dead body
ग्रामीणों ने शव रखकर किया चक्काजाम

बगचीनी थाने के स्टाफ को हटाने की की मांग

ग्रामीणों की मांग है कि छैरा गांव की सरकारी शराब दुकान बंद होनी चाहिए. क्षेत्र में पुलिस चौकी बनाई जाए और उन शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए जिन को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है. इसके साथ ही बगचीनी थाने के पूरा स्टाफ को हटाने की ग्रामीणों ने मांग की है. ग्रामीणों का आरोप है कि थाना का स्टाफ बिका हुआ है. वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि शिवराज सिंह का हाथ शराब माफियाओं के ऊपर है. सीएम शिवराज सिंह जिनके यहां नाश्ता पानी कर गए हो, उनके खिलाफ कार्रवाई कैसे होगी. ग्रामीणों के मुताबिक शराब माफिया कह रहे हैं कि ऐसे ही शराब बेचेंगे क्योंकि शिवराज का हाथ हमारे ऊपर है, तुम क्या करोंगे. अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को मांगे पूरा करने का आश्वासन देने के बाद देर शाम 4 घंटे बाद जाम खोला गया.

Villagers did a check-up by keeping the dead body
ग्रामीणों ने शव रखकर किया चक्काजाम

नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

एएसपी हंसराज सिंह के मुताबिक जो भी नाम ग्रामीणों ने बताएं है उनके खिलाफ पुलिस ने नामजद मामला दर्ज कर लिया गया है. इसके साथ ही उनके सभी ठिकानों पर कार्रवाई जारी है. जहां पर जो भी सामान मिल रहा है उसकी जब्ती पुलिस द्वारा की जा रही है. पुलिस प्रशासन और आबकारी की टीम मौके पर मौजूद है जो लगातार कार्रवाई कर रही है. वहीं जब्त शराब के सैंपल भी लैब में जांच के लिए भेजें जाएंगे.

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