मुरैना। कोरोना संक्रमण के कारण कृष्ण जन्माष्टमी के पावन त्योहार के मौके पर इस बार भक्त अपने आराध्य देव की पूजा नहीं कर पा रहे हैं. कोरोना के कारण न ही मंदिर में उन्हें दर्शनों के लिए प्रवेश दिया जा रहा है. शहर के बिहारी जी महाराज मंदिर के सभी रास्ते 50 मीटर दूर बंद कर दिए हैं और सुरक्षा में सभी रास्तों पर पुलिस बल तैनात कर दिया है, साथ ही मंदिर के चैनल गेट भी लगा दिए हैं ताकि लोग चाह कर भी अंदर प्रवेश न कर सकें.
मुरैना शहर के मुख्य मंदिर बिहारी जी महाराज हर वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता था और यहां शहर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कृष्ण जन्माष्टमी के उत्सव में भाग लेने के लिए आते थे.
लेकिन इस बार मंदिर की सजावट तो खूब की गई है, पर्याप्त लाइट और झालर लगाई गई हैं लेकिन श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं दी जा रही है. बिहारी जी महाराज मंदिर की ओर आने वाले सभी रास्ते 50 मीटर दूर बैरिकेड लगाकर बंद कर दिए हैं और सभी रास्तों पर पर्याप्त पुलिस फोर्स भी तैनात कर दिया गया है ताकि श्रद्धालु कोरोना संक्रमण काल में मंदिर में सामूहिक रूप से प्रवेश कर पूजा-अर्चना न कर सकें.
शहर के किसी भी मंदिर में चाहे वह बिहारी जी महाराज मंदिर हो, गिरिराज जी महाराज मंदिर हो, महादेव नाका हो, या फिर राम जानकी मंदिर सभी मंदिरों मेंं श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित कर दिया है. खास बात तो यह है कि जहां अन्य शहरों में मंदिरों से लाइव दर्शन की व्यवस्था एलईडी और टीवी के माध्यम से की गई थी.वहीं मुरैना में नहीं की गई है, जिससे इस बार श्रद्धालुओं को कृष्ण जन्माष्टमी के दर्शन नहीं हो सकेंगे. मंदिर में सिर्फ पुजारियों को ही प्रवेश की अनुमति दी गई है.