मुरैना। बीजेपी नेता नरेश गुप्ता की आत्महत्या के मामले में 48 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस को उनके शव को चंबल नदी से नहीं ढूंढ पाई है. नरेश गुप्ता ने 2 दिन पहले चंबल नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी, उनकी स्कूटी पुल पर मिली थी, जहां पर एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था. जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि, नरेश गुप्ता ने चंबल में छलांग लगाकर खुदकुशी की है. तब से राजस्थान और मध्यप्रदेश पुलिस की रेस्क्यू टीम चंबल नदी में नरेश गुप्ता को ढूंढने की कोशिश कर रही है, लेकिन 48 घंटे हो जाने के बाद भी उनका शव नहीं मिला है.
एएसपी हंसराज सिंह का कहना है कि, चंबल नदी में बड़ी संख्या में घड़ियाल होने के कारण कई बार शव नहीं मिल पाते हैं. नदी का बहाव तेज होने से भी शव मिलने में काफी परेशानी आती है. हालांकि उसके बाद भी गोताखोरों के द्वारा लगातार शव की तलाश की जा रही है.
बता दें कि, दो दिन पहले बीजेपी नेता नरेश गुप्ता ने चंबल नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस को पुल के ऊपर खड़ी स्कूटी पर एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें लिखा था की, मैं कैंसर की बीमारी से तंग आ चुका हूं, मैं खुद को आप अपने परिवार को इस परेशानी से छुटकार दिलाने के लिए यह कदम उठा रहा हूं और चंबल नदी में छलांग लगा दी. पुलिस का कहना है कि, मौके पर मिले सुसाइड नोट से माना जा रहा है कि, नरेश गुप्ता की अब तक मौत हो चुकी है. उनके शव की तलाश लगातार की जा रही है.