मंडला। मंडला तहसील निवास के गठन होने के 118 वर्ष पूरे हो गए हैं, जिसको लेकर निवास तहसील का गौरव दिवस मनाया गया. इस कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती के चित्रण पर माल्यार्पण कर और दीप प्रज्वलित कर की गई. इसके साथ ही कन्या पूजन कार्यक्रम भी हुआ(mandla gaurav diwas). समारोह में स्कूली और छात्रावास की छात्र-छात्राओं के द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई. कार्यक्रम में लोक संस्कृति की झलक देखने को मिली. इस कार्यक्रम का आयोजन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व निवास एवं तहसील कार्यालय निवास के द्वारा आयोजित किया गया.
गौरव दिवस कार्यक्रम का आयोजन: समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व विधायक रामप्यारे कुलस्ते, जनपद उपाध्यक्ष घनश्याम सूर्यवंशी, नगर परिषद अध्यक्ष हेमलता परस्ते, नगर परिषद उपाध्यक्ष बसंत चौधरी समेत सभी जनपद सदस्य और सभी पार्षद उपस्थित रहे. प्रशासनिक अमले में अनुविभागीय अधिकारी शिवाली सिंह, तहसीलदार शांतिलाल विश्नोई, मुख्य कार्यपालन अधिकारी दीप्ति यादव, बीईओ राम नारायण पटेल, समेत कई अधिकारी शामिल हुए.
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कैसे हुआ निवास तहसील का गठन: कार्यकम में पूर्व विधायक राम प्यारे कुलस्ते ने निवास की गौरव गाथा बताई. उन्होंने बताया कि किस तरह से तहसील निवास का गठन हुआ और जिले की सबसे पुरानी तहसील निवास है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 1904 में तहसील का गठन हुआ और भवन 1914 में बनकर तैयार हुआ. इतना ही नहीं जब निवास तहसील बनी तो उस समय शहपुरा, मेहदवानी, नारायणगंज, बीजा डांडी भी शामिल थे, लेकिन समय बदलता गया और कुछ क्षेत्र अलग हो गए.
जनचेतना रथयात्रा मंडला पहुंची: चौरसिया समाज की जनचेतना रथयात्रा शनिवार को बम्हनी बंजर पहुंची. यह यात्रा 31 अक्टूबर से नर्मदापुरम से शुरू हुई थी, जो शनिवार 12 नवंबर को बम्हनी बंजर पहुंची. जनचेतना रथयात्रा के आगमन पर नगर के चौरसिया समाज ने स्वागत किया. इस रथ यात्रा का उद्देश्य है कि कुलगुरू चौरे जी महाराज को समाज के हर घर में स्थापित करना है.