हैदराबाद: इस हफ्ते अंतरिक्ष में एक दुर्लभ खगोलीय घटना होने वाली है. इस घटना में आकाश में ग्रहों की एक अद्भुत परेड देखने को मिलने वाली है. यह खगोलीय घटना मंगलवार, 21 जनवरी और शनिवार, 25 जनवरी को दिखाई देगी, जिसमें चार ग्रह - शुक्र, शनि, बृहस्पति और मंगल - सूर्यास्त के तुरंत बाद नंगी आंखों से देखे जा सकेंगे.
चकाचौंध भरा यह नज़ारा खगोल विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है, ऐसा इसलिए क्योंकि शुक्र और शनि एक दूसरे से दो डिग्री के भीतर आते हुए, निकट संयोजन में दिखाई दे रहे हैं. हालांकि ग्रहों का संरेखण कोई असामान्य नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे कई ग्रहों को देखने के अवसर हर साल नहीं मिलते हैं, जिससे यह खलोग दार्शिनकों के लिए एक जरूरी घटना बन जाती है.
प्लैनेट परेड 2025: कहां और कैसे देख सकते हैं
इस खगोलीय नज़ारे को देखने का सबसे अच्छा समय सूर्यास्त के लगभग 45 मिनट बाद का है. शुक्र और शनि दक्षिण-पश्चिम में दिखाई देंगे, वहीं बृहस्पति दक्षिण-पूर्वी आकाश में दिखाई देगा जबकि मंगल ग्रह पूर्वी आकाश में नजर आएगा. लगभग तीन घंटे बाद शुक्र और शनि के पश्चिम में अस्त हो जाएंगे. इस खगोलीय घटना के बेहतरीन एक्सपीरिएंस के लिए, आपको शहर से दूर एक अंधेरी जगह ढूंढनी होगी और दक्षिण-पश्चिमी क्षितिज की ओर देखना होगा.
शुक्र और शनि का संयोग
इस ग्रहीय प्रदर्शन का एक मुख्य आकर्षण शुक्र और शनि का संयोग था, जो शनिवार, 18 जनवरी को हुआ था. आपको बता दें कि शुक्र ग्रह, चंद्रमा के बाद रात के आकाश में दूसरा सबसे चमकीला पिंड था, जो शनि से 110 गुना अधिक चमकीला था. इस घटना के दौरान दोनों ग्रह एक-दूसरे के बेहद करीब दिखाई दिए, जो दूरबीन या यहां तक कि नंगी आंखों से भी देखा गया.
नेपच्यून और यूरेनस होंगे कॉम्प्लीमेंट्री
जहां शुक्र, शनि, बृहस्पति और मंगल, इन चार ग्रहों को बिना किसी उपकरण के आसानी से देखा जा सकेगा, वहीं दो और ग्रह - नेपच्यून और यूरेनस - को भी दूरबीन की मदद से देखा जा सकेगा. नेपच्यून शुक्र और शनि के ठीक ऊपर स्थित स्थित होगा, जबकि यूरेनस बृहस्पति के ऊपर दिखाई देगा. हालांकि, सूर्य के सबसे निकट का ग्रह बुध इस खगोलीय लाइनअप का हिस्सा नहीं होने वाला है, क्योंकि यह सुबह के सूरज की चकाचौंध में छिपा रहता है.