मंडला। जिले में ईटीवी भारत का खबर देखने को मिला है. बच्चों के काम कराने के मामले में श्रम विभाग ने मंडला वन रेंजर को एक नोटिस भेजा है. कटरा स्थित पौध रोपणी में बच्चों द्वारा पौधे उठवाने का मामला सामने आया है, जिसे ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. खबर दिखाए जाने के बाद खुद श्रम विभाग ने इस पर संज्ञान लिया है.
श्रम विभाग ने सारे तथ्यों की जांच के बाद पौध रोपणी के अधिकारियों को नोटिस भेज कर पूछा है कि आखिर सरकारी विभाग द्वारा बच्चों से काम क्यों करवाया जा रहा था. बारिश के मौसम में वन क्षेत्रों में पौधे रोपने के लिए भेजे जाते हैं. इसके लिए टिकरिया रेंज वन क्षेत्र से वन रक्षक मधुराज पट्टा वाहन के साथ अनुसंधान एवं विस्तार वृत्त कटरा की पौध शाला से पौधे लेने आए थे. उनके साथ मजदूरों के अलावा दो बच्चे भी शामिल थे. दोनों बच्चे बिना मास्क लगाए वाहन में पौधे रख रहे थे, जबकि इस रोपणी के भी कर्मचारी यहां मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी बच्चों को काम करने से नहीं रोका.
रेंजर को भेजा गया नोटिस
श्रम विभाग ने ईटीवी भारत की खबर को आधार मानते हुए बच्चों से की गई पूछताछ के बाद रोपणी केंद्र के जिम्मेदार अधिकारी वन रेंजर को नोटिस भेजा है. बच्चों की आयु संबंधित दस्तावेज की जांच करने की बात कही है, जबकि बच्चों की उम्र और दूसरी जानकारी जमा करने के लिए एक हफ्ते का वक्त दिया गया है.
हो सकती है दो साल की सजा
जिला श्रम अधिकारी जीतेंद्र मेश्राम ने बताया कि दिए गए समय के भीतर यदि बच्चों की उम्र के सम्बंध में जानकारी जिम्मदारों द्वारा नहीं दी जाती तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस मामले को कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा. बालश्रम के दोषी पाए जाने पर जिम्मदार अधिकारी को 2 साल की सजा और 50 हजार का जुर्माना हो सकता है. रोपणी में एक साथ करीब आधा सैकड़ा मजदूर काम कर रहे थे, लेकिन मास्क बमुश्किल आधा दर्जन लोगों ने ही लगाए थे.