खरगोन। महेश्वर थाना क्षेत्र के बबलई गांव में एक छात्र की खुदकुशी का मामला सामने आया है. भील सेवा संघ झाबुआ द्वारा संचालित आदिवासी विकास केंद्र में 14 साल के छात्र ने शौचालय में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. छात्र ने फांसी क्यों लगाई, फिलहाल इसकी जांच की जा रही है. घटना की सूचना पर पुलिस और FSL की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और सबूत इकट्ठे किए. मृतक छात्र जिले के मड़दाई गांव का रहने वाला था और कक्षा 7वीं में पढ़ता था.
मृतक छात्र पिछले दो सालों से छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहा था. जब उसके सभी दोस्त खाना खाने के लिए चले गए, तब उसने घटना को अंजाम दिया. जब बाकी बच्चे खाना खाकर लौटे, तब शौचालय का दरवाजा बंद था. खिड़की से देखने पर उन्हें घटना का पता चला. छात्रों ने हॉस्टल वॉर्डन तेरसिंह सोलंकी को सूचना दी. उन्होंने शौचालय के दरवाजे को तोड़ा, अंदर छात्र फांसी पर लटका हुआ था.
बता दें कि अभी इसी महीने 11 नवम्बर को छात्र ने अपना जन्मदिन भी धूमधाम से मनाया था और थोड़े ही दिन बाद उसने आत्महत्या कर ली. अब महेश्वर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक के स्कूल बैग, बेड और कपड़ों की तलाशी ली, लेकिन उन्हें कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. फिलहाल हॉस्टल में रहने वाले छात्रों, वॉर्डन और कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है, ताकि खुदकुशी के कारणों का खुलासा हो सके.