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आदिवासी विकास केंद्र में छात्र ने की खुदकुशी, पुलिस तफ्तीश में जुटी

खरगोन के बबलई गांव में स्थित आदिवासी विकास केंद्र में 14 साल के एक नाबालिग ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है. अभी तक खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया है.

छात्र ने लगाई फांसी
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Published : Nov 14, 2019, 1:03 PM IST

खरगोन। महेश्वर थाना क्षेत्र के बबलई गांव में एक छात्र की खुदकुशी का मामला सामने आया है. भील सेवा संघ झाबुआ द्वारा संचालित आदिवासी विकास केंद्र में 14 साल के छात्र ने शौचालय में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. छात्र ने फांसी क्यों लगाई, फिलहाल इसकी जांच की जा रही है. घटना की सूचना पर पुलिस और FSL की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और सबूत इकट्ठे किए. मृतक छात्र जिले के मड़दाई गांव का रहने वाला था और कक्षा 7वीं में पढ़ता था.

छात्र ने लगाई फांसी

मृतक छात्र पिछले दो सालों से छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहा था. जब उसके सभी दोस्त खाना खाने के लिए चले गए, तब उसने घटना को अंजाम दिया. जब बाकी बच्चे खाना खाकर लौटे, तब शौचालय का दरवाजा बंद था. खिड़की से देखने पर उन्हें घटना का पता चला. छात्रों ने हॉस्टल वॉर्डन तेरसिंह सोलंकी को सूचना दी. उन्होंने शौचालय के दरवाजे को तोड़ा, अंदर छात्र फांसी पर लटका हुआ था.

बता दें कि अभी इसी महीने 11 नवम्बर को छात्र ने अपना जन्मदिन भी धूमधाम से मनाया था और थोड़े ही दिन बाद उसने आत्महत्या कर ली. अब महेश्वर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक के स्कूल बैग, बेड और कपड़ों की तलाशी ली, लेकिन उन्हें कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. फिलहाल हॉस्टल में रहने वाले छात्रों, वॉर्डन और कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है, ताकि खुदकुशी के कारणों का खुलासा हो सके.

खरगोन। महेश्वर थाना क्षेत्र के बबलई गांव में एक छात्र की खुदकुशी का मामला सामने आया है. भील सेवा संघ झाबुआ द्वारा संचालित आदिवासी विकास केंद्र में 14 साल के छात्र ने शौचालय में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. छात्र ने फांसी क्यों लगाई, फिलहाल इसकी जांच की जा रही है. घटना की सूचना पर पुलिस और FSL की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और सबूत इकट्ठे किए. मृतक छात्र जिले के मड़दाई गांव का रहने वाला था और कक्षा 7वीं में पढ़ता था.

छात्र ने लगाई फांसी

मृतक छात्र पिछले दो सालों से छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहा था. जब उसके सभी दोस्त खाना खाने के लिए चले गए, तब उसने घटना को अंजाम दिया. जब बाकी बच्चे खाना खाकर लौटे, तब शौचालय का दरवाजा बंद था. खिड़की से देखने पर उन्हें घटना का पता चला. छात्रों ने हॉस्टल वॉर्डन तेरसिंह सोलंकी को सूचना दी. उन्होंने शौचालय के दरवाजे को तोड़ा, अंदर छात्र फांसी पर लटका हुआ था.

बता दें कि अभी इसी महीने 11 नवम्बर को छात्र ने अपना जन्मदिन भी धूमधाम से मनाया था और थोड़े ही दिन बाद उसने आत्महत्या कर ली. अब महेश्वर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक के स्कूल बैग, बेड और कपड़ों की तलाशी ली, लेकिन उन्हें कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. फिलहाल हॉस्टल में रहने वाले छात्रों, वॉर्डन और कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है, ताकि खुदकुशी के कारणों का खुलासा हो सके.

Intro:महेश्वर पुलिस ओर एफ. एस. एल ने की घटना की जांच,जुटाए साक्ष्य

महेश्वर: समीपस्थ ग्राम बबलई स्थित भील सेवा संघ झाबुआ द्वारा संचालित आदिवासी विकास केन्द्र के एक 14 वर्षीय किशोर छात्र ने शौचायल में फांसी लगा ली जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। फिलहाल बालक ने फांसी किन कारणों से लगाई है इस बात का पता नहीं चल पाया है । महेश्वर पुलिस व एफ एस एल की टीम मौके पर पहुंची तथा निरीक्षण कर जांच के साक्ष्य एकत्रित किए। मृतक छात्र का नाम प्रदीप कैलाश मोरे (14) निवासी ग्राम मड़ दाई जिला बड़वानी कक्षा 7 वी का छात्र है।
Body:वह विगत दो वर्षो से छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहा था। छात्रावास के अन्य छात्र डुक राम (7वी) रविन्द्र (8वी) गणेश (10वी) ने बताया कि प्रदीप रोज की तरह की सुबह उठा तथा साढ़े सात बजे उसने नाश्ता भी किया तथा स्कूल जाने के लिए तैयारी करने लगा। जब सुबह 9.50 को सभी बच्चे पास ही स्थित रसोईघर में जाने लगे तो उसके साथी स्वयं भोसले ने उससे खाने खाने के लिए चलने को कहा तो प्रदीप ने कहा तुम जाओ में बाद में आता हूं।जब सभी बच्चे खाना खाने चले गए तो 9.50 से 10.15 के बीच उसने यह कदम उठाया। वह परिसर स्थित शौचालय में एंगल में रस्सी टांगकर उसपर लटक गया, इसके लिए उसने बाल्टी का सहारा लिया।जब सभी बालक खाना खाकर वापस लौटे तो मसिराम पिता सिक राम ने शौचालय जाने के लिए दरवाजा खटखटाने के बहुत देर बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो उसने देखा कि किसी छात्र के पैर नीचे से हवा में झूल रहे है। इसके बाद अन्य छात्रों ने खिड़की में से झांक कर देखा तो प्रदीप रस्सी के फंदे पर लटका हुआ था।
बालकों ने तुरंत छात्रावास अधीक्षक तेर सिंह सोलंकी को सूचना दी उन्होंने शौचालय के दरवाजे की चद्दर तोड़कर देखा तो प्रदीप फांसी पर लटका हुआ मृत अवस्था में पाया गया।
Conclusion:महेश्वर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बालक के स्कूल बैग, बेड व कपड़ों की तलाशी ली,उसकी कॉपियों पर जो कुछ भी लिखा था देखा लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। उसके कमरे में रहने वाले छात्र इकराम, रवि, अजय, अरुण, महेश ने बताया कि प्रदीप ने अभी कुछ दिनों पहले 11 नवम्बर को खुशी खुशी सबके साथ अपना जन्मदिन भी मनाया था।
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