इंदौर: इंदौर में सीएनजी के बंपर उत्पादन को देखते हुए अब शहर में पानी वितरण में उपयोग किए जाने वाले टैंकर भी डीजल से नहीं चलेंगे. ये टैंकर भी सीएनजी से चलाए जाएंगे. इंदौर नगर निगम ने टैंकर से पानी वितरण के दौरान होने वाले प्रदूषण के नियंत्रण के लिए नई योजना बनाई है. इसके लिए नगर निगम ने सीएनजी से चलने वाले टैंकर की खरीदी प्रक्रिया भी शुरू कर दी है.
सीएनजी से चलने वाले 100 टैंकर खरीदने की तैयारी
इंदौर नगर निगम द्वारा सीएनजी से चलने वाले पानी के 100 टैंकर खरीदने की तैयारी की जा रही है. इसके साथ ही नगर निगम द्वारा शहर के हर वार्ड मे टैंकर में पानी भरने के लिए हाइड्रेंट बनाया जाएगा. महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने बैठक में इस निर्णय की जानकारी दी. महापौर पुष्य मित्र भार्गव के अनुसार "गर्मी के मौसम में शहर में होने वाले पानी संकट की समस्या को दूर करने के लिए यह निर्णय लिया गया है. इसके साथ ही डीज़ल से चलने वाले टैंकर नहीं चलाने पर भी चर्चा हुई. डीजल वाले टैंकर चलाने पर खर्च भी ज्यादा आता है और प्रदूषण भी होता है."
महापौर ने की जलकार्य व सीवरेज मामलों की समीक्षा
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने जलकार्य व सीवरेज से संबंधित प्रकरणों व कार्यों की भी समीक्षा की है. शहर के ऐसे स्थान व क्षेत्र जहां पर पेयजल लाइन है, किंतु जल वितरण नहीं हो रहा है, ऐसे स्थानों पर शिविर लगाकर जल वितरण से संबंधित विसंगतियों को दूर करने के भी निर्देश दिए गए हैं. महापौर ने बताया "हर वार्ड में हाइड्रेंट निर्माण करने व शहर के समस्त 85 वार्डो में सीएनजी से ऑपरेट वॉटर टैंकर संचालन के संबंध में विभागीय अधिकारियो को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए हैं."
इंदौर में नर्मदा जल सप्लाई पर बैठक में चर्चा
इंदौर में नर्मदा से जल सप्लाई के चौथे चरण की भी समीक्षा की गई. गर्मी के मौसम के दौरान शहर के प्रमुख स्थानों पर प्याउ का निर्माण करने के संबंध में भी निर्देश दिए गए. इसके साथ ही शहर में चल रहे सीवरेज लाइन के कार्य को शीघ्र पूर्ण आवश्यकतानुसार रेस्टोरेशन कार्य को पूर्ण करने, नवीन पेयजल टंकियों से जल वितरण कार्य व वॉटर प्लस सर्वेक्षण के तहत किये जाने वाले कार्यों के संबंध में निर्देश दिए गए.
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इंदौर में सीएनजी का बंपर उत्पादन
दरअसल, इंदौर में स्थापित किए गए बायो मैथेन गैस प्लांट में प्रतिदिन 550 टन गीले कचरे से 12000 किलो सीएनजी का निर्माण होता है. इस गैस से शहर में बसें चलती हैं, जबकि इसे तैयार करने वाली एजेंसी द्वारा इसका व्यावसायिक उपयोग भी किया जाता है. इसके बाद भी नगर निगम के पास अपने वाहनों के उपयोग की दृष्टि से सीएनजी गैस की उपलब्धता है. यही वजह है कि इंदौर नगर निगम अब अपने वाहनों को डीजल के स्थान पर सीएनजी के लिए लगातार अपग्रेड कर रहा है. बीते दिनों शहर में कचरा कलेक्शन की गाड़ियों को भी डीजल के स्थान पर सीएनजी चालित किया गया है.