खंडवा। शुक्रवार को मोरटक्का में हुए नाव हादसे में लापता दो लोगों में से एक का शव मिल गया है, इन लापता में से गोताखोरों ने हीना वर्मा का शव खोज निकाला है. वहीं अब जितेंद्र वर्मा की तलाश की जा रही है. गौरतलब है कि मोरटक्का में दोपहर नाव पलटने से 11 लोग डूब गए थे. इनमें से 9 लोगों को तत्काल बचा लिया गया था. इसके बाद लापता जितेंद्र वर्मा और हिना वर्मा की तलाश की जा रही थी. इनकी तलाश में शाम तक गोताखोर लगे रहें, लेकिन वे सफल नहीं हुए.
शनिवार सुबह तलाश फिर शुरू करने पर हिना वर्मा का शव मिल गया है. वहीं लापता जितेंद्र की तलाश जारी है. बता दें, मोरटक्का नावघाट खेड़ी में नाव से नर्मदा नदी को चुनरी चढ़ाने के दौरान नाव पुल के पिलर से टकराने के बाद पलट गई थी. नाव में सनावद, बड़वाह और महू की आठ महिलाएं और तीन पुरुष सवार थे. नाव पलटने पर 9 लोगों को गोताखोरों द्वारा सुरक्षित निकाला गया था.
एक दिन पूर्व ही सनावद और महू से आए ये लोग नाव में सवार होकर मां नर्मदा की परिक्रमा करते हुए उन्हें चुनरी भेंट करने गए थे, तभी ये हादसा घटित हुआ था और अनियंत्रित होकर नाव पलट गई थी. जिसमें से नाव में सवार सभी 11 लोग पानी में डूब गए थे, हालांकि 9 लोगों को तो कल बचा लिया गया था लेकिन दो लोगों का पता नहीं चला था, जिसमें से एक महिला को आज ढूंढ निकला है.
जाने पूरा मामला- ब्लैक फ्राइडेः खंडवा के मोरटक्का में पलटी नाव, 2 लापता, 9 को बचाया
कैसे हुआ हादसा
बताया जा रहा है कि नाव में क्षमता से ज्यादा लोग सवार थे. इसके बाद नाव पुल के पिलर से टकरा गई जिसकी वजह से संतुलन बिगड़ गया. नाव का अगला हिस्सा ऊपर उठ गया और सभी सवार नदी में जा गिरे.
प्रशासन की अनदेखी भी जिम्मेदार
कहीं ना कहीं ये हादसा प्रशासन की अनदेखी का भी नतीजा है. अक्सर यहां नाविक क्षमता से ज्यादा सवार नाव में बैठा लेते हैं. प्रशासन इस ओर ध्यान ही नहीं देता है. ये भी देखा गया है कि यहां कई नाविकों के पास नावों का रजिस्ट्रेशन भी नहीं है. कई बार तो बच्चे नाव चलाते देखे गए हैं. प्रशासन मूक दर्शक बना रहता है.