रतलाम: मध्यप्रदेश की आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) की उज्जैन की टीम ने रतलाम में कार्रवाई की तो जनप्रतिनिधियों में हड़कंप मच गया. ईओडब्ल्यू की टीम ने हरियाखेड़ी ग्राम पंचायत के सरपंच जितेंद्र पाटीदार को जावरा बस स्टैंड पर रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा. रिश्वत लेने और गिरफ्तारी का लाइव वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें रुपए हाथ में लेते ही सरपंच की ईओडब्लू की टीम ने धर दबोचा.
मुरम खोदने की परमिशन देने मांगी रिश्वत
आरोप है कि हरियाखेड़ा गांव में मुरम खोदने की एनओसी देने के लिए लिए पिंटू मुनिया से सरपंच जितेंद्र पाटीदार ने ₹40 हजार की रिश्वत कि मांग की. इसकी पहली किश्त ₹20 हजार रुपए लेने सरपंच जावरा बस स्टैंड क्षेत्र में पहुंचा. फरियादी से रिश्वत हाथ में लेते ही मौके पर मौजूद ईओडब्लू की टीम के हत्थे सरपंच चढ़ गया. ईओडब्ल्यू की टीम को लीड कर रहे अधिकारी अमित कुमार बट्टी ने बताया "आवेदक पिंटू मुनिया से मुरम की खदान के लिए अनुमति जारी करने के नाम पर सरपंच रिश्वत मांगी."
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सरपंच को गिरफ्तार कर मुचलके पर छोड़ा
ईओडब्लू ने मामले की तस्दीक करने के बाद सरपंच को रंगे हाथ पकड़ने की रणनीति बनाई. सरपंच को गिरफ्तार करने के बाद आर्थिक अपराध शाखा उज्जैन ने सरपंच को मुचलके पर छोड़ दिया. अब मामले की जांच आगे बढ़ेगी. रतलाम जिले में यह पहली बार है कि रिश्वत लेते हुए किसी जनप्रतिनिधि के विरुद्ध आर्थिक अपराध की टीम ने कार्रवाई की हो. हालांकि लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई के कई मामले जिले में पहले भी सामने आ चुके हैं. गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कड़ी कार्रवाई के बाद भी रिश्वतखोरी के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं.