झाबुआ। मेघनगर रेलवे रैक पॉइंट में गुड्स वैगन पर मजदूरी करने वाले मजदूर अपना काम बंद कर हड़ताल पर बैठ गए हैं. मजदूरों की ये हड़ताल समय से भुगतान नहीं होने की वजह से है. मजदूरों का कहना है कि जब तक उनकी बकाया मजदूरी का भुगतान नहीं होगा, तब तक वे काम नहीं करेंगे.
भड़के मजदूर
FCI(Food Corporation Of India) के ट्रांसपोर्ट ठेकेदार मेघनगर रेलवे रैक पॉइंट से खाद्यान्न की ट्रांसपोर्टिंग करते हैं. मेघनगर रेलवे रैक पॉइंट से खाद्यान्न की ट्रांसपोर्टिंग करने का जिम्मा सोना ट्रांसपोर्ट भोपाल के पास है. लिहाजा सोना ट्रांसपोर्ट गुड्स वैगन (माल गाड़ियों) से आने वालों अनाज को FCI के गोदाम और राशन की दुकान तक पहुंचाता है. 23 जनवरी को मेघनगर पहुंचे गेहूं, चावल और 24 तारीख को बाजरा की रैक खाली करने वाले ज्यादातर मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है, जिससे मजदूर भड़क गए और काम बंद कर दिया गया.
आश्वासन के बावजूद हड़ताल जारी
जानकारी के मुताबिक मेघनगर रेलवे रैक पॉइंट पर मालगाड़ी का एक डिब्बा खाली करने पर मजदूरों की टीम को 3300 रुपए मिलते हैं. इन मजदूरों का कहना है कि उन्होंने चावल और बाजरा की जो रैक खाली की थी, उसका करीब 4 से 5 लाख रुपए की मजदूरी का पैसा बकाया है. ठेकेदार के प्रतिनिधि कभी आज, कभी कल करके पिछले 3 दिनों से उन्हें मजदूरी के लिए लटका रहे हैं, जिस कारण उन्होंने बुधवार को रेलवे रैक पॉइंट पर अनलोड बाजरे को भरने से मना कर दिया.
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इस पर ठेकेदार के प्रतिनिधि का कहना है कि बुधवार को मजदूरों की बकाया राशि का भुगतान कर दिया जाएगा. लेकिन मजदूर ठेकेदार के आश्वासन से संतुष्ट नहीं हैं.
लोडिंग खाद्यान्न भरने के लिए वाहनों की कमी
जानकारी के मुताबिक सोना ट्रांसपोर्ट ने FCI का ठेका तो लिया है, लेकिन ठेकेदार के पास इन दिनों वाहनों की काफी कमी हो रही है, जिसके चलते रेलवे रैक पॉइंट पर आ रही रैक का खाद्यान्न समय पर न तो FCI के गोदामों पर पहुंच रहा है और न ही राशन दुकानों पर. रेक पॉइंट पर डंपिंग खाद्यान्न समय पर न उठने से एक ओर ठेकेदार को रेलवे का डैमरेज झेलना पड़ रहा है, तो वहीं दूसरी ओर मजदूर के विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है.