झाबुआ। विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर कांग्रेस सरकार ने सौगात का पिटारा खोल दिया है. झाबुआ में आयोजित विश्व आदिवासी सम्मेलन में प्रदेश सरकार के नर्मदा घाटी एवं विकास मंत्री सुरेंद्र सिंह और आदिम जाति मंत्री ओमकार सिंह मकराम ने झाबुआ में कई विकास कार्यों के लिए घोषणाओं का एलान किया.
कांग्रेस ने झाबुआ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को देखते हुए विकास की घोषणा की छड़ी घुमाना शुरु कर दिया है. इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद झाबुआ को विशेष महत्व दे रहे हैं. विश्व आदिवासी दिवस पर जिले को सरकार की तरफ से कई सौगातें दी गई है. इस दौरान सरकार ने झाबुआ में आदिवासी धर्मशाला के लिए पांच लाख की राशि स्वीकृत की.
जनता को लुभाने के लिए सरकार ने ग्रामीण अंचलों में राशन की दुकानों पर थंब इंप्रेशन की जगह अब राशन कार्ड को ही मान्यता दे दी है. जिससे किसी भी आदिवासी को राशन के लिए परेशानी न हो. इसके अलावा जिले के देव झीरी और बाबा डूंगर को धार्मिक पर्यटन स्थल घोषित कर उसे विकसित करने पर सहमति जताई गई. वहीं जिले के मॉडर्न कॉलेज को आदिवासी जननायक टंट्या भील के नाम भी दिया जाने का एलान हुआ है.