जबलपुर। यात्रियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए जबलपुर जीआरपी ने नई पहल शुरू की है, जिसके तहत जीआरपी के जवान बॉडी वॉन कैमरों के साथ ट्रेनों में गश्त करेंगे, ताकि ट्रेनों में होने वाले अपराधों पर लगाम लगाई जा सके.
जबलपुर GRP की नई पहल, अब बॉडी वॉन कैमरों के साथ ट्रेनों में गश्त करेंगे जवान - jabalpur news
ट्रेनों में होने वाले अपराधों पर लगाम लगाने के लिए जबलपुर जीआरपी ने नई पहल शुरू की है. अब जीआरपी के जवान बॉडी वॉन कैमरों के साथ ट्रेनों में गश्त करेंगे, जिससे यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेनों में होने वाली सारी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी.
अब बॉडी वॉन कैमरों के साथ ट्रेनों में गश्त करेंगे जीआरपी के जवान
जबलपुर। यात्रियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए जबलपुर जीआरपी ने नई पहल शुरू की है, जिसके तहत जीआरपी के जवान बॉडी वॉन कैमरों के साथ ट्रेनों में गश्त करेंगे, ताकि ट्रेनों में होने वाले अपराधों पर लगाम लगाई जा सके.
Intro:जबलपुर
भारतीय रेल प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा के लिए भले ही ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने में पिछड़ गया हो लेकिन यात्रियों की सुरक्षा के लिए जबलपुर जीआरपी नई कवायद करने जा रहा है। अपनी इस कवायद के चलते अब जीआरपी के जवान बॉडी बोन कैमरे से लैस होने जा रहे हैं ताकि ट्रेनों में होने वाले अपराधों पर लगाम लगाई जा सके। इन कैमरों के जरिए जीआरपी जहां ट्रेनों में होने वाली सारी गतिविधियों पर नजर रखेगी तो वही बॉडी बोन कैमरों में होने वाली रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल जीआरपी सबूत के तौर पर भी करेगी।
Body:भारतीय रेल प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा के लिए भले ही ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने में पिछड़ गया हो लेकिन जबलपुर जीआरपी ने इसका हल ढूंढ लिया है जिसके चलते जबलपुर मंडल की ट्रेनों में जीआरपी के जवान बॉडी बोन कैमरा के साथ ट्रेनों में गश्त करेंगे।संभवतः प्रदेश में जीआरपी का यह पहला प्रयोग है जब उसकी किसी यूनिट के जवान हाईटेक कैमरे से लैस होंगे।दरअसल सफर के दौरान होने वाली घटनाओं,अवैध वेंडरों की मनमानी सहित ट्रेनों में कई बार जीआरपी और टीसी पर भी आरोप लगते रहे हैं।यही वजह है कि पिछली कुछ ऐसी घटनाओं में सबूत ना होने के मामलों को देखते हुए जीआरपी के अफसरों ने ट्रेनों में कैमरों की उपयोगिता की समीक्षा की है जिसमें उन्हें बॉडी बोन कैमरे के बारे में पता चला कि अन्य देशों की पुलिस का उपयोग कर रही है। जिसके बाद जीआरपी के अफसरों ने कैमरे की पूरी जानकारी जुटाई और फिर उसके बाद पुलिस मुख्यालय को 25 बॉडी बोन खरीदने का प्रस्ताव भेज दिया गया है।
Conclusion:अभी सफर के दौरान कई बार ऐसा होता है कि जब जीआरपी के जवान ट्रेनों में पेट्रोलिंग करते हैं तो कई बार उन्हें यात्रियों में विवाद की घटनाओं के साथ-साथ रोकने पर उनके खुद के साथ भी कई बार विवाद करने लगते हैं। ऐसे हालातों में वह सबूत ना होने पर ज्यादा कुछ नहीं कर पाते इसे देखते हुए बॉडी बॉन कैमरों से उन्हें लैस करने का प्लान बनाया गया है। प्लान के मुताबिक जीआरपी अफसरों की मानें तो जवानों को ट्रेनों में चढ़ने से लेकर पेट्रोलिंग खत्म होने तक बॉडी बॉन कैमरे चालू रहेंगे। कैमरा किस जवान को आवंटित किया गया है, कब आवंटित किया गया है,वह किस ट्रेन में है इन सब बातों का भी रिकॉर्ड बनाया जाएगा।इसके साथ ही जीआरपी के जवान गश्त करते हुए ट्रेन के कोच और कंपार्टमेंट में जाएंगे।
बाईट.1-सुनील जैन.....एसआरपी,जबलपुर मंडल
भारतीय रेल प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा के लिए भले ही ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने में पिछड़ गया हो लेकिन यात्रियों की सुरक्षा के लिए जबलपुर जीआरपी नई कवायद करने जा रहा है। अपनी इस कवायद के चलते अब जीआरपी के जवान बॉडी बोन कैमरे से लैस होने जा रहे हैं ताकि ट्रेनों में होने वाले अपराधों पर लगाम लगाई जा सके। इन कैमरों के जरिए जीआरपी जहां ट्रेनों में होने वाली सारी गतिविधियों पर नजर रखेगी तो वही बॉडी बोन कैमरों में होने वाली रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल जीआरपी सबूत के तौर पर भी करेगी।
Body:भारतीय रेल प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा के लिए भले ही ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने में पिछड़ गया हो लेकिन जबलपुर जीआरपी ने इसका हल ढूंढ लिया है जिसके चलते जबलपुर मंडल की ट्रेनों में जीआरपी के जवान बॉडी बोन कैमरा के साथ ट्रेनों में गश्त करेंगे।संभवतः प्रदेश में जीआरपी का यह पहला प्रयोग है जब उसकी किसी यूनिट के जवान हाईटेक कैमरे से लैस होंगे।दरअसल सफर के दौरान होने वाली घटनाओं,अवैध वेंडरों की मनमानी सहित ट्रेनों में कई बार जीआरपी और टीसी पर भी आरोप लगते रहे हैं।यही वजह है कि पिछली कुछ ऐसी घटनाओं में सबूत ना होने के मामलों को देखते हुए जीआरपी के अफसरों ने ट्रेनों में कैमरों की उपयोगिता की समीक्षा की है जिसमें उन्हें बॉडी बोन कैमरे के बारे में पता चला कि अन्य देशों की पुलिस का उपयोग कर रही है। जिसके बाद जीआरपी के अफसरों ने कैमरे की पूरी जानकारी जुटाई और फिर उसके बाद पुलिस मुख्यालय को 25 बॉडी बोन खरीदने का प्रस्ताव भेज दिया गया है।
Conclusion:अभी सफर के दौरान कई बार ऐसा होता है कि जब जीआरपी के जवान ट्रेनों में पेट्रोलिंग करते हैं तो कई बार उन्हें यात्रियों में विवाद की घटनाओं के साथ-साथ रोकने पर उनके खुद के साथ भी कई बार विवाद करने लगते हैं। ऐसे हालातों में वह सबूत ना होने पर ज्यादा कुछ नहीं कर पाते इसे देखते हुए बॉडी बॉन कैमरों से उन्हें लैस करने का प्लान बनाया गया है। प्लान के मुताबिक जीआरपी अफसरों की मानें तो जवानों को ट्रेनों में चढ़ने से लेकर पेट्रोलिंग खत्म होने तक बॉडी बॉन कैमरे चालू रहेंगे। कैमरा किस जवान को आवंटित किया गया है, कब आवंटित किया गया है,वह किस ट्रेन में है इन सब बातों का भी रिकॉर्ड बनाया जाएगा।इसके साथ ही जीआरपी के जवान गश्त करते हुए ट्रेन के कोच और कंपार्टमेंट में जाएंगे।
बाईट.1-सुनील जैन.....एसआरपी,जबलपुर मंडल
Last Updated : Sep 27, 2019, 8:26 PM IST