जबलपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अक्टूबर को जबलपुर आ रहे हैं. जबलपुर में गैरिसन मैदान में एक विशाल आम सभा को पीएम संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में रानी दुर्गावती के नाम से बनने वाले स्मारक का भूमि पूजन करेंगे. जबलपुर में 100 करोड़ की लागत से रानी दुर्गावती के नाम से एक स्मारक बनाया जा रहा है. इसमें रानी दुर्गावती की 51 फीट ऊंची मूर्ति भी बनाई जा रही है. जो मदन महल किले के पास पहाड़ी पर लगाई जाएगी. इसके अलावा लगभग 12000 करोड़ के कामों का भूमि पूजन और लोकार्पण भी किया जाएगा.
5 अक्टूबर को जबलपुर पहुंचेंगे पीएम: जबलपुर के गैरिसन मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के मद्देनजर तीन बड़े डोम बनाए गए हैं. जबलपुर पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री शिवेंद्र सिंह का कहना है कि "इन डोम में 100000 लोगों की बैठने की क्षमता है. इस कार्यक्रम में लोगों को पंडाल तक पहुंचाने के लिए लगभग 2 हजार बसे लगाई गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे जबलपुर आएंगे, जहां शाम 5 बजे तक जबलपुर में रहेंगे. प्रधानमंत्री के जबलपुर से जाने के पहले 36 घंटे के लिए जबलपुर को नो फ्लाई जोन घोषित किया जा रहा है.
आदिवासियों को साधने की बीजेपी की तैयारी: गैरिसन मैदान में जहां जनता बैठेगी, उसके बीच में एक सड़क भी बनाई गई है. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक गाड़ी पर सवार होकर जनता का अभिवादन करेंगे. इस पूरे पंडाल को आदिवासी, कला और संस्कृति के अनुसार तैयार किया गया है. पूरे पंडाल में मंडला आर्ट को ध्यान में रखकर फ्लेक्स लगाए गए हैं. जबलपुर में होने वाली यह आमसभा राजनीतिक दृष्टि से भारतीय जनता पार्टी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि जबलपुर के आसपास कई आदिवासी बाहुल्य सीट हैं. जबलपुर जिले में ही एक विधानसभा शेड्यूल ट्राइबल के लिए आरक्षित है. इसके अलावा मंडला, डिंडोरी, उमरिया और सिवनी और छिंदवाड़ा में रहने वाले गौड़ आदिवासी वोटर को भारतीय जनता पार्टी अपनी ओर आकर्षित करना चाहती है. मध्य प्रदेश में आदिवासी गौड़ समाज के लगभग 50 लाख वोटर हैं और और मध्य प्रदेश की 84 विधानसभा सीटों पर यह अपना प्रभाव डालते हैं. भारतीय जनता पार्टी आने वाले विधानसभा चुनाव में इन्हें अपने पक्ष में करना चाहती है.