मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि विपक्षी दलों से बना इंडिया ब्लॉक केवल संसदीय चुनावों के लिए है, जिससे भारतीय जनता पार्टी (BJP) विरोधी गठबंधन के भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं.
वरिष्ठ नेता ने कहा, "इंडिया ब्लॉक में राज्य और स्थानीय चुनावों पर कभी कोई चर्चा नहीं हुई है. इंडिया गठबंधन केवल राष्ट्रीय स्तर के चुनावों के लिए है. महाराष्ट्र में आगामी नगर निगम चुनावों में सभी लोग 8 से 10 दिनों में बैठक करके तय करेंगे कि हम एक साथ लड़ेंगे या अकेले."
पवार की यह टिप्पणी उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) द्वारा शनिवार को स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा के बाद आई है. इससे पहले संजय राउत ने अकेले चुनाव लड़ने के कारणों के रूप में गठबंधन में संबंधित दलों के कार्यकर्ताओं के लिए अवसरों की कमी और संगठनात्मक विकास के अधिकार का हवाला दिया था.
Mumbai, Maharashtra | On Delhi elections, NCP-SCP chief Sharad Pawar says " in delhi assembly elections, my feeling is that we should help arvind kejriwal..."
— ANI (@ANI) January 14, 2025
on india alliance, ncp-scp chief sharad pawar says "there has never been any discussion on state and local elections in… pic.twitter.com/RvUpYJ2qIg
वहीं, शरद पवार ने अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, "देश ने कई अच्छे प्रशासक और गृह मंत्री देखे हैं. हालांकि, देश ने ऐसा गृह मंत्री नहीं देखा जो 'तड़ीपार' रहा हो." उन्होंने कहा कि जनसंघ के नेता उत्तमराव पाटिल और हाशु आडवाणी 1978 में मेरे मंत्रिमंडल में थे. गृह मंत्री को शायद इसकी जानकारी नहीं है. शरद पवार ने उल्लेख किया कि जनसंघ के नेताओं ने उनके साथ काम किया. उन्होंने कहा कि उनके मंत्रिमंडल में सक्षम लोग थे.
दिग्गज नेता ने कहा, "अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी के सभी के साथ अच्छे संबंध थे. जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तो मुझे देश की आपदा प्रबंधन समिति के प्रमुख का पद दिया गया था और कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया था."
शिवसेना (UBT) का आम आदमी पार्टी को समर्थन
शिवसेना (UBT) का यह फैसला 5 फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) को समर्थन देने की घोषणा के दो दिन बाद आया है. इस बीच कांग्रेस के एक नेता ने कहा था कि केंद्रीय नेतृत्व यह तय करेगा कि कांग्रेस स्थानीय चुनाव लड़ेगी या नहीं.
वहीं, शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने कहा कि शिवसेना (UBT) के फैसले से MVA गठबंधन के सभी तीन घटकों की चुनावी संभावनाओं पर असर पड़ेगा. राउत ने कहा कि इंडिया ब्लॉक और महा विकास अघाड़ी गठबंधन- जिसमें सेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) शामिल हैं- लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए बने हैं.
कार्यकर्ताओं को अवसर नहीं मिलते
संजय राउत ने पीटीआई के हवाले से कहा, "गठबंधन में अलग-अलग पार्टियों के कार्यकर्ताओं को अवसर नहीं मिलते हैं और इससे संगठनात्मक विकास में बाधा आती है. हम अपनी ताकत के दम पर मुंबई, ठाणे, नागपुर और अन्य नगर निगमों, जिला परिषदों और पंचायतों के चुनाव लड़ेंगे."
हालांकि, राउत ने रविवार को स्पष्ट किया कि उन्होंने या उनकी पार्टी ने कभी भी इंडिया ब्लॉक को भंग करने की बात नहीं कही. राज्यसभा सांसद ने कहा, "MVA का गठन विधानसभा चुनावों के लिए और इंडिया ब्लॉक का गठन लोकसभा चुनावों के लिए किया गया था. स्थानीय निकाय चुनाव पार्टी कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाने और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए होते हैं. मैंने या मेरी पार्टी ने कभी नहीं कहा कि इंडिया ब्लॉक या एमवीए को भंग किया जाना चाहिए."
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