जबलपुर। मध्यप्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने पीसीसी चीफ कमलनाथ को लेकर बड़ा बयान दिया है. मंगलवार को जबलपुर पहुंचे गौतम ने विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि अगला चुनाव शिवराज सिंह के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा लेकिन कांग्रेस का चुनाव भले ही कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ा जाए लेकिन हो सकता है कि चुनाव के बाद कमलनाथ को दरकिनार कर दिया जाए.
लोकसभा से ज्यादा विधानसभा में काम: विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा में हंगामे पर सफाई देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा की स्थिति लोकसभा से बेहतर है. लोकसभा में 1 सत्र में मात्र 40 घंटे ही काम हुआ जबकि मध्यप्रदेश विधानसभा में लगातार 18 दिनों तक काम चला और जनता के हित में देर रात तक सदन को चलाना पड़ा. इसके साथ ही गिरीश गौतम ने कहा कि विधानसभा को सुचारु रुप से चलाना किसी चुनौती से कम नहीं है क्योंकि विधानसभा में इस बात का भी ध्यान रखना पड़ता है कि विधानसभा में इतनी कड़ाई ना बढ़ती जाए कि वहां शमशान की खामोशी हो जाए, दूसरी ओर विधानसभा इतनी निरंकुश भी नहीं होनी चाहिए कि यहां पर बाजार जैसी स्थिति बन जाए लेकिन विधानसभा में हंगामा होना एक सामान्य प्रक्रिया है.
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पूर्ण शराबबंदी से शुरु हो सकती है तस्करी: मध्यप्रदेश की शराब नीति पर बोलते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पूर्ण शराबबंदी शराब खोरी को खत्म करने का तरीका नहीं हो सकता क्योंकि मध्य प्रदेश के आसपास के कई राज्यों में शराब बिक रही है और यदि मध्यप्रदेश में शराबबंदी की गई तो आसपास के राज्यों से शराब की तस्करी शुरू हो जाएगी और ऐसी स्थिति में लोगों की स्थिति ज्यादा खराब होगी और भ्रष्टाचार बढ़ेगा लेकिन वे शराब खोरी के खिलाफ हैं. गिरीश गौतम का कहना है कि लाडली बहना योजना गेम चेंजर है और 10 जून तक मध्य प्रदेश सरकार मध्य प्रदेश की लगभग एक करोड़ बहनों के खाते में 1 हजार रुपए डाल देगी. कांग्रेस के पास इस योजना का कोई तोड़ नहीं है.