इंदौर| मंगलवार को कलेक्टोरेट में आयोजित जनसुनवाई में एक महिला अपने परिजनों के साथ सास, ननद और पति के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंची. पीड़िता ने बताया कि बेटे की चाहत में उसका पति और सास उसे प्रताड़ित कर रहे हैं. पीड़ित परिजनों ने आरोप लगाया है कि बेटी की सास खुद आशा कार्यकर्ता है और उसके डॉक्टरों से अच्छे संबंध हैं. उसने पहले ही बहू के गर्भ में पल रहे शिशु के लिंग का पता लगा लिया था. जब उसे पता चला कि गर्भ में बेटी है, तभी से पूरा परिवार उसे प्रताड़ित कर रहा था.
ये है मामला
- नेहा चौहान की शादी 2 साल पहले इंदौर के सुनील चौहान से हुई थी.
- शादी तक तो सब कुछ ठीक रहा, लेकिन जैसे ही नेहा गर्भवती हुई, तो सास, ननद और पति ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया.
- गर्भ के सातवें महीने में जब नेहा की सोनोग्राफी हुई, तब सास और ननद को पता चल गया कि नेहा के गर्भ में लड़की है.
- सास लगातार नेहा पर गर्भपात कराने के लिए दबाव बना रही थी और उसके साथ मारपीट भी कर रही थी. पति भी इसमें शामिल था.
- नेहा के साथ मारपीट की जानकारी लगने पर उसके परिजन उसे अपने घर ले गए.
- नेहा ने बेटी को जन्म दिया और जब सास और ननद अस्पताल पहुंचीं, तब भी खूब हंगामा हुआ.
- नेहा की मां और पिता जब बेटी के ससुरालवालों को समझाने पहुंचे, तो उनके साथ भी जमकर मारपीट की गई.
- नेहा ने कलेक्टर जनसुनवाई में ससुरालवालों पर कार्रवाई करने की मांग की है.