इंदौर। इंदौर लोकायुक्त को एक महिला फरयादी ने शिकायत की थी कि एमआईजी थाने में पदस्थ दो आरक्षक श्याम जाट और धीरेंद्र डांगी ने उसके पति को छोड़ने के एवज में एक लाख रुपये की डिमांड की, लेकिन 40 हजार रुपये में मामला रफादफा करने की बात कही. इसके बाद पीड़ित महिला ने लोकायुक्त पुलिस की शरण ली. 40 हजार में से पहली क़िस्त के 15 हजार रुपये देना तय हुआ.
दोनों को लोकायुक्त की भनक लग गई : दोनों पुलिसकर्मियो को लोकायुक्त पुलिस की करवाई की भनक लग गई. इसके चलते दोनों मौके से भाग निकले. वहीं लोकायुक्त पुलिस दोनों आरक्षक श्याम जाट और धीरेंद्र डांगी की तलाश कर रही है. जब पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र को करवाई के बारे में जानकारी लगी तो उन्होंने दोनों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर जांच शुरू कर दी.
Ujjain Lokayukta Action: मार्कशीट देने के बदले रिश्वत ले रहा था टीचर, तभी आ गई लोकायुक्त की टीम
थाना प्रभारी को कारण बताओ नोटिस : वहीं दो सब इंस्पेक्टर राम शक्य और सन्तोष टैगोर को भी रिश्वत के मामले में आरोपी बनाया गया है. थाना प्रभारी को भी पूरे मामले में कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है. डीएसपी लोकायुक्त प्रवीण बघेल ने बताया कि दोनों आरक्षकों की तलाश की जा रही है. (Two constables demanded 40 thousand bribe) (Both ran before Lokayukta raid) (Indore commissioner suspended constables)