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नेमावर हत्याकांड: अन्याय के खिलाफ फिर निकलेगी न्याय यात्रा, पीड़िता बोली- प्रदेश में सुरक्षित नहीं बहन-बेटियां

नेमावर हत्याकांड (Nemawar murder case) को लेकर न्याय यात्रा दोबारा निकाली जाएगी. परिवार में अकेली बची भारती ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि उन्हें राज्यपाल से मिलने नहीं दिया गया है. इसलिए उनकी बात अधूरी है. न्याय की गुहार लगाते हुए भारती ने सरकार ने त्वरित जांच कराने की अपील की.

Nemawar murder case
अन्याय के खिलाफ फिर निकलेगी न्याय यात्रा
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Published : Jan 12, 2022, 6:20 PM IST

इंदौर। मध्यप्रदेश में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर उन्हें जमीन में दफन कर देने वाला नेमावर हत्याकांड एक बार फिर सुर्खियों में है, इस मामले में 11 जनवरी को पीड़ित परिवार की बेटी भारती कास्डे नेमावर से न्याय यात्रा (Nyay Yatra for nemawar massacre) निकालते हुए आरोपी पर कारवाई के लिए सीबीआई जांच की मांग को लेकर राजधानी पहुंची थी, लेकिन राज्यपाल से नहीं मिल सकी. अब इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है और कांग्रेस-बीजेपी एक दूसरे पर आरोप लगा रही है. वहीं पीड़िता ने जल्द ही फिर से न्याय यात्रा निकालने की बात कही है.

अन्याय के खिलाफ फिर निकलेगी न्याय यात्रा

पीड़िता ने फिर लगाई न्याय की गुहार
पीड़िता भारती कास्डे ने पूरे मामले में सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए जल्द ही फिर से न्याय यात्रा (Nyay Yatra for nemawar massacre) निकालने की बात कही है. दरअसल 11 जनवरी को भोपाल में राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन सौंपने के बाद न्याय यात्रा समाप्त हो जाती, लेकिन राज्यपाल से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. कहा गया कि राज्यपाल से मिलने की अनुमति नहीं ली गई थी, हालांकि भारती का कहना है कि अनुमति ली गई थी. ऐसे में पीड़िता न्याय यात्रा दोबारा शुरू किए जाने की बात कही है.

आदिवासियों पर अत्याचार क्यों
वहीं पीड़िता का आरोप है कि सरकार की तमाम घोषणाओं के बावजूद प्रदेश में आदिवासियों और दलित बहन-बेटियों के साथ अत्याचार लगातार जारी है और कहीं कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है. भारती ने सरकार से सवाल किया कि आखिर पिछड़े वर्ग के साथ ही अन्याय क्यों हो रहा है, क्योंकि वो आवाज नहीं उठाते. पीड़िता भारती ने एकबार फिर सीबीआई जांच के नाम पर मामले को ना अटकाते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की है.

परिवार के 5 लोगों की हुई थी हत्या, भारती अकेली बची
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के देवास जिले के नेमावर में 29 जून 2021 में एक ही परिवार के 5 लोगों की बारी-बारी से हत्या कर उन्हें खेत में दफन कर दिया गया था. इनमें भारती की मां ममता के अलावा बहन रूपाली और पूजा ममेरी बहन दिव्या और ममेरा भाई पवन को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया था. उसके बाद सभी के शवों को जमीन में जेसीबी के जरिए गड्ढा खोदकर 10 फीट नीचे गाड़ दिया गया था, इतना ही नहीं आरोपियों ने दफन किए गए शवों को गलाने के लिए नमक और यूरिया का भी इस्तेमाल किया था. यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा था. जब इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया, तब रुपाली की सगी छोटी बहन भारती पीतमपुर की एक फैक्ट्री में काम करती थी और वारदात के समय गांव में नहीं थी. इसलिए वह जिंदा बच पाई.

18 मई 2021 को सुर्खियों में आया मामला
नेमावर हत्याकांड (Nemawar murder case) भारती द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायत के बाद सुर्खियों में आया. जब भारती को सुरेंद्र की बातों पर शक हुआ तो वह पीथमपुर से 13 मई को नेमावर पहुंची और 18 मई को उसने पुलिस थाने में अपने परिवार की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, हालांकि इसके बाद भी पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो भारती ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की. नतीजतन पुलिस को कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा, इसके बाद पुलिस ने अलग-अलग टीमों का गठन कर रूपाली के मोबाइल नंबर के आधार पर सुरेंद्र और मनोज को पकड़ा था. इसके बाद नेमावर नरसंहार की खौफनाक कहानी उजागर हुई थी.

पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप
नेमावर हत्याकांड में एक ही परिवार को जमीन में दफन किए जाने के मामले को विपक्षी दल कांग्रेस ने मुद्दा बनाते हुए सरकार को इस मामले में लगातार घेरने की कोशिश की है. मामले का खुलासा होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद नेमावर पहुंचे थे, उन्होंने पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद के साथ न्याय दिलाने का भरोसा दिया था. इसके बाद राज्य सरकार के मंत्री और विधायक भी पहुंचे थे. लेकिन पूरे मामले में पीड़ित पक्ष का कहना है कि अभी भी कुछ आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं. उनका आरोप है कि राज्य की पुलिस उन पर ही दबाव बना रही है. इसलिए जब तक पूरे मामले में सीबीआई जांच नहीं होती तब तक पीड़ित परिवार को न्याय मिलना मुश्किल है.

इंदौर। मध्यप्रदेश में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर उन्हें जमीन में दफन कर देने वाला नेमावर हत्याकांड एक बार फिर सुर्खियों में है, इस मामले में 11 जनवरी को पीड़ित परिवार की बेटी भारती कास्डे नेमावर से न्याय यात्रा (Nyay Yatra for nemawar massacre) निकालते हुए आरोपी पर कारवाई के लिए सीबीआई जांच की मांग को लेकर राजधानी पहुंची थी, लेकिन राज्यपाल से नहीं मिल सकी. अब इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है और कांग्रेस-बीजेपी एक दूसरे पर आरोप लगा रही है. वहीं पीड़िता ने जल्द ही फिर से न्याय यात्रा निकालने की बात कही है.

अन्याय के खिलाफ फिर निकलेगी न्याय यात्रा

पीड़िता ने फिर लगाई न्याय की गुहार
पीड़िता भारती कास्डे ने पूरे मामले में सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए जल्द ही फिर से न्याय यात्रा (Nyay Yatra for nemawar massacre) निकालने की बात कही है. दरअसल 11 जनवरी को भोपाल में राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन सौंपने के बाद न्याय यात्रा समाप्त हो जाती, लेकिन राज्यपाल से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. कहा गया कि राज्यपाल से मिलने की अनुमति नहीं ली गई थी, हालांकि भारती का कहना है कि अनुमति ली गई थी. ऐसे में पीड़िता न्याय यात्रा दोबारा शुरू किए जाने की बात कही है.

आदिवासियों पर अत्याचार क्यों
वहीं पीड़िता का आरोप है कि सरकार की तमाम घोषणाओं के बावजूद प्रदेश में आदिवासियों और दलित बहन-बेटियों के साथ अत्याचार लगातार जारी है और कहीं कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है. भारती ने सरकार से सवाल किया कि आखिर पिछड़े वर्ग के साथ ही अन्याय क्यों हो रहा है, क्योंकि वो आवाज नहीं उठाते. पीड़िता भारती ने एकबार फिर सीबीआई जांच के नाम पर मामले को ना अटकाते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की है.

परिवार के 5 लोगों की हुई थी हत्या, भारती अकेली बची
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के देवास जिले के नेमावर में 29 जून 2021 में एक ही परिवार के 5 लोगों की बारी-बारी से हत्या कर उन्हें खेत में दफन कर दिया गया था. इनमें भारती की मां ममता के अलावा बहन रूपाली और पूजा ममेरी बहन दिव्या और ममेरा भाई पवन को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया था. उसके बाद सभी के शवों को जमीन में जेसीबी के जरिए गड्ढा खोदकर 10 फीट नीचे गाड़ दिया गया था, इतना ही नहीं आरोपियों ने दफन किए गए शवों को गलाने के लिए नमक और यूरिया का भी इस्तेमाल किया था. यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा था. जब इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया, तब रुपाली की सगी छोटी बहन भारती पीतमपुर की एक फैक्ट्री में काम करती थी और वारदात के समय गांव में नहीं थी. इसलिए वह जिंदा बच पाई.

18 मई 2021 को सुर्खियों में आया मामला
नेमावर हत्याकांड (Nemawar murder case) भारती द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायत के बाद सुर्खियों में आया. जब भारती को सुरेंद्र की बातों पर शक हुआ तो वह पीथमपुर से 13 मई को नेमावर पहुंची और 18 मई को उसने पुलिस थाने में अपने परिवार की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, हालांकि इसके बाद भी पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो भारती ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की. नतीजतन पुलिस को कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा, इसके बाद पुलिस ने अलग-अलग टीमों का गठन कर रूपाली के मोबाइल नंबर के आधार पर सुरेंद्र और मनोज को पकड़ा था. इसके बाद नेमावर नरसंहार की खौफनाक कहानी उजागर हुई थी.

पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप
नेमावर हत्याकांड में एक ही परिवार को जमीन में दफन किए जाने के मामले को विपक्षी दल कांग्रेस ने मुद्दा बनाते हुए सरकार को इस मामले में लगातार घेरने की कोशिश की है. मामले का खुलासा होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद नेमावर पहुंचे थे, उन्होंने पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद के साथ न्याय दिलाने का भरोसा दिया था. इसके बाद राज्य सरकार के मंत्री और विधायक भी पहुंचे थे. लेकिन पूरे मामले में पीड़ित पक्ष का कहना है कि अभी भी कुछ आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं. उनका आरोप है कि राज्य की पुलिस उन पर ही दबाव बना रही है. इसलिए जब तक पूरे मामले में सीबीआई जांच नहीं होती तब तक पीड़ित परिवार को न्याय मिलना मुश्किल है.

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